IMT गाजियाबाद ने मंगलवार को खिलाड़ियों के रोजगार कौशल को बढ़ाने के लिए सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू किया, जो राष्ट्रीय और राज्य स्तर के खिलाड़ियों को नौकरी पाने में मदद करेगा। राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के खिलाड़ियों को रोजगार के लिए सक्षम और समर्थ बनाने के लिए IMT गाजियाबाद ने Certificate Program on Enhancing Employability Skill of Sports Persons (E2S2) (खिलाड़ी रोजगार परक कौशल संवर्द्धन प्रमाणीकरण कार्यक्रम) योजना को लॉन्च किया।
पूर्व ओलंपियन अशोक ध्यानचंद और जफर इकबाल की मौजूदगी में इस कोर्स का शुभारंभ किया गया।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए IMT गाजियाबाद के निदेशक डॉ विशाल तलवार ने कहा कि संस्थान के खेल अनुसंधान केंद्र के प्रमुख डॉ कनिष्क पांडेय द्वारा विस्तृत शोध के बाद यह प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को तो भारी पुरस्कार, नाम, प्रतिष्ठा एवं रोजगार मिल जाता है परन्तु देश में लाखों की संख्या में विभिन्न खेलों के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के खिलाड़ी रोजगार के संकट से जूझते हैं। इन्हीं खिलाड़ियों के सशक्तीकरण के लिए यह पाठ्यक्रम शुरु किया जा रहा है।
सर्टिफिकेशन कोर्स की विशेषताएँ:
- राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के सभी खेलों के खिलाड़ी पाठ्यक्रम के लिए पात्र होगें।
- पाठ्यक्रम की अवधि 5 माह होगी।
- खिलाड़ी स्वयं / सरकार / निजी क्षेत्र के माध्यम से भी स्पोंसरशिप कोर्स जॉईन कर सकते है।
- प्रथम चरण में स्नातक स्तर पर प्रादेशिक और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी अर्ह होगें ।
- विभिन्न क्षेत्रों में स्पोर्ट्स कोटे से जो खिलाड़ी नौकरी प्राप्त कर चुके है, उनमें प्रोफेशनल और मैनेजरियल स्किल डेवलप करने के लिए भी कोर्स जॉईन करने की अर्हता होगी।
- इस कोर्स का उद्देश्य खिलाड़ी को किसी भी रोजगार को प्राप्त करने तथा नौकरी मे आने के बाद अपने अन्य सामान्य श्रेणी के सहयोगियों की तुलना में गुणात्मक रूप से ज्यादा सक्षम, समर्थ और प्रतियोगी बनाना है।
- किसी भी नौकरी मे आने और सफल होने के लिए खिलाड़ियों को 16 मूल्यों पर अध्ययन करवा कर प्रशिक्षित किया जायेगा और उचित मार्गदर्शन प्रदान किया जायेगा। जिनमें से कुछ है MS Office, Adaptability Skill, Effective Time Management, Problem Solving Skills, Organizational Skills, Conflict Management Skills, Presentation Skills आदि ।
- देश का यदि कोई अन्य संस्थान E252 जैसा पाठ्यक्रम शुरु करता है तो आई. एम. टी. गाजियाबाद उसे परामर्श देने को तैयार रहेगा ।
स्पोर्ट्स रिसर्च सेंटर के हेड डॉ. कनिष्क पाण्डेय ने प्रोग्राम के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि यह निजी और सरकारी क्षेत्रों में रोजगार की विशिष्ट आवश्यकताओं के गहन अध्ययन और शोध के बाद तैयार किया गया है। उन्होंने कहा, 95 प्रतिशत से अधिक खिलाड़ियों के पास कोई नौकरी नहीं है या किसी से कोई वित्तीय प्रोत्साहन नहीं है। ऐसी स्थितियों में, आईएमटी स्पोर्ट्स रिसर्च सेंटर ने एक प्रोग्राम तैयार किया है, जो उनकी रोजगार क्षमता में सुधार करेगा। यह देश में अपने प्रकार का पहला कोर्स है। आशा है कि इससे बड़ी संख्या में खिलाड़ियों को फायदा होगा।
इस बीच, पूर्व ओलंपियन और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के बेटे अशोक ध्यानचंद ने इस पहल की प्रशंसा की और कहा, भारत में, माता-पिता बच्चों को खेल से दूर रखते हैं, क्योंकि खिलाड़ियों के पास रोजगार के अवसर बहुत कम होते हैं। IMT गाजियाबाद का यह प्रयास सही मायने में एक बेहतर कदम है, जो खिलाड़ियों के लिए रोजगार के विकल्प की संभावना देगा।
पूर्व हॉकी ओलंपियन जफर इकबाल का मानना है कि यह कोर्स भारतीय खेल इतिहास में गेम चेंजर साबित होगा। इसके साथ ही खेल जीवन की समाप्ति के बाद खिलाड़ियों के लिए निजी क्षेत्र में सरकारी, गैर सरकारी नौकरी और रोजगार मिलना बड़ा मुकाम साबित होगा। उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को बड़ा इनाम, नाम, प्रतिष्ठा और रोजगार मिलता है, लेकिन विभिन्न खेलों में लाखों राष्ट्रीय और राज्य स्तर के खिलाड़ी रोजगार के संकट का सामना करते हैं। इन खिलाड़ियों के सशक्तिकरण के लिए यह कोर्स शुरू किया जा रहा है।
इस अवसर पर उपस्थित पूर्व खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद, जफर इकबाल, सत्यपाल सिंह, सुभाष वर्मा, सतीश शिवलिंगम, नवीन कुमार पूनियां, विजय शर्मा, मोहिंदर पाल सिंह, डॉ. कनिष्क पाण्डेय, डॉ. विशाल तलवार, प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे, विजय शंकर पाण्डेय, पूर्व सचिव, भारत सरकार प्रो. सपना पोपली, आई.एम.टी. फैकल्टी, अली अंसारी, पूर्व खिलाड़ी थे।