उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड को करीब 1 महीने का समय होने जा रहा है। पुलिस की पूरी कोशिश है कि इस हत्याकांड से जुड़े आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। वहीं इस हत्याकांड से जुड़े मुख्य आरोपी समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने 22 सितंबर को ही गिरफ्तार किया था। जिनके खिलाफ अगले 10 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।
इस केस से जुड़े जिन सैंपल को जांच के लिए चंडीगढ़ फॉरेंसिक लैब भेजा गया था, उनमें से चार की रिपोर्ट कोर्ट में जमा की जा चुकी है। जिन्हें कोर्ट की परमिशन मिलने के बाद पुलिस को सौंपा जाएगा साथ ही इसके अलावा अंकिता की विसरा रिपोर्ट का इंतजार पुलिस कर रही है जो जल्द ही कोर्ट में दाखिल कर दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, इस 500 पन्नों की चार्जशीट में करीब 30 गवाहों के बयान होंगे। वही, केस और मजबूत करने के लिए देहरादून FSL और चंडीगढ़ CFSL लैब के 4 सैंपलों कि प्रिमिनली रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल हो चुकी हैं। हालांकि, अभी DNA, बिसरा और कई इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस जैसे महत्वपूर्ण सैंपलों की FSL रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं इस मामले में 30 से अधिक गवाह कोर्ट में दाखिल किए जाएंगे (SIT will file chargesheet). इनमें से 6 मुख्य गवाहों के पहले ही 164 के बयान कोर्ट में दर्ज कराए जा चुके हैं. अभी तक जो भी साइंटिफिक इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस प्रारंभिक तौर पर कोर्ट में जमा हुए हैं, वह अदालत के अनुमति के बाद ही खोले जाएंगे.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी पौ़ड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। ये रिसॉर्ट बीजेपी के बड़े नेता विनोद आर्य के छोटे बेटे पुलकित आर्य का था। आरोप हे कि पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी पर दबाव बनाया था कि वो रिसॉर्ट में आने वाले ग्राहकों के साथ गलत काम करें लेकिन अंकिता भंडारी ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया और नौैकरी छोड़ने का फैसला भी ले लिया था। इसी बात को लेकर अंकिताभंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी। पुलकित आर्य को डर था कि अंकिता उसका और रिसॉर्ट में होने वाले अनैतिक कामों का पर्दाफाश कर देगी। इली वजह से 18 सितंबर देर शाम को पुलकित बहस के बाद अंकिता को काम के बहाने रिसॉर्ट से बाहर ले गया और ऋषिकेश के पास चीला नहर में धक्का देकर उसकी हत्या कर दी। पुलकित आर्य के इस घिनौने कृत्य में उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता ने उसका साथ दिया था। अंकिता की लाश 24 सितंबर को चीला नहर से मिली थी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को 23 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद इस पूरे कांड से पर्दा उठा था. अभी तीनों आरोपी पौड़ी जेल में बंद है.