सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के लिये अब प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है। चुनाव आयोग ने इस सीट पर 8 नवंबर को चुनाव की घोषणा कर दी है। जिसके बाद अब इस सीट को लेकर सभी पार्टीयों ने अपने उम्मीदवार उतार दिये हैं। जिस तरह से इस सीट पर नये समीकरण बन रहे हैं उससे सभी की दिलचस्पी इस सीट पर बढ़ गई है क्योंकि इस सीट पर देश के सबसे बड़े राजनीतिक घराने की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। आपको बताते चले की पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी और पूर्व सांसद डिंपल यादव इस सीट से चुनाव लड़ेंगी। यादव परिवार का मैनपुरी सीट पर कई दशकों से कब्जा है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से यह सीट खाली थी। तो वही अब डिंपल यादव संभालने जा रही है, मुलायम सिंह यादव की राजनीतिक विरासत को।
तो वही बीजेपी कर रही सपा का किला भेदने के लिए रणनीति तैयार
मैनपुरी उपचुनाव को लेकर भाजपा ने भी कमर कस ली है। सूत्रों के अनुसार भाजपा मुलायम के दूसरे बेटे प्रतीक की पत्नी अपर्णा यादव को मैदान में उतार सकती है। उन्हें नेताजी मुलायम सिंह यादव की परंपरागत मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव में कैंडिडेट बनाया जा सकता है। दरअसल यादव परिवार के नाम के चलते भाजपा अपर्णा यादव को उतारने का मन बना रही है।
हमेशा से मैनपुरी में चला है मुलायम का जादू
मैनपुरी सीट से चुनावी रथ पर सवारी चाहे किसी की भी हो, लेकिन उस रथ पर सारथी हमेशा मुलायम सिंह यादव ही रहे है। मैनपुरी लोकसभा सीट पर हमेशा से मुलायम सिंह यादव का जादू चलता रहा है, जिसके आगे सारे समीकरण ध्वस्त हो जाते थे।