Disease from Pets: आजकल हर किसी को अपने घर में पालतू जानवर पालने का शौक होता है, लेकिन कई बार इन पालतू जानवरों को लेकर कई तरह की सावधानियां बरतना जरूरी हो जाता है. बहुत से लोग सोचते हैं कि पालतू जानवरों को साफ रखने से उन्हें कोई खतरा नहीं होगा. दरअसल ऐसी कई बीमारियां हैं जो कुत्ते या बिल्ली की आंतों में मौजूद होती हैं और यह आपके अंदर भी आसानी से फैल सकता है. पालतू जानवरों के जरिए वायरल इंफेक्शन के साथ-साथ लिवर, फेफड़े, दिमाग और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है.
ज्यादातर लोग अपने पालतू जानवरों को एंटी-रेबीज का इंजेक्शन लगवाते हैं, लेकिन आपको बता दें कि इनसे आपको भी रेबीज का खतरा हो सकता है. रेबीज वायरस इंसानों के लिए बहुत खतरनाक है. एडवाइजर की माने अगर आप गलती से किसी कुत्ते या बिल्ली के नाखून या दांत लग जाता हैं तो यह वायरस इंसान के शरीर में प्रवेश कर सकता है. रेबीज से बेहोशी या मौत का खतरा भी हो सकता है.
अगर आपको पालतू जानवरों के साथ सोने या बैठने की आदत है तो आपमें दाद (ringworm) जैसा संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है. ये एक ऐसा फंगल डिजीज है जिससे त्वचा में खुजली, रैशेज या चकत्ते जैसी समस्याएं देखने को मिलता है. इसीलिए अगर आपका कुत्ता बीमार है तो आपको इस आदत से खुद को बचाने की जरूरत है. पालतू जानवरों के बालों से भी बचने की जरूरत है, क्योंकि कुत्ते या बिल्ली के बाल फेफड़े और दिल की बीमारी के खतरे को न्यौता देने का काम कर सकते हैं.
पेट्स लवर्स को इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए
- अपने पालतू जानवरों को करीब लाते समय मास्क पहनना चाहिए
- बिस्तर पर कुत्ते या बिल्ली को खाना खिलाने की आदत न बनाएं.
- पालतू जानवर की पॉटी को हमेशा मिट्टी में दबानी चाहिए.
- अपने पालतू पेट्स का नियमित टीकाकरण करवानी चाहिए
- समय सामय पर डॉक्टर से चेकअप कराएं.
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