त्रिपुरा की 60 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान जारी है। राज्य में कुल 3,337 पोलिंग बूथों पर शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी। जबकि नतीजे 2 मार्च को घोषित किए जाएंगे। वहीं वोटिंग शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने युवाओं से रिकॉर्ड मतदान करने की अपील की। चुनाव सिंगल फेज में हो रहे हैं। आज 28.13 लाख जनता 259 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेगी।
राज्य में धारा 144 लागू
मुख्य निर्वाचन अधिकारी गित्ते किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि 3,337 में से 1,100 पोलिंग बूथ संवेदनशील हैं। जबकि 28 बूथ अति-संवेदनशील हैं। जिसके चलते इन इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मंगलवार को चुनाव प्रचार समाप्त होते ही राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई थी।
बता दें कि त्रिपुरा में 2018 से BJP की सरकार थी जिसमें CM माणिक साहा थे। चुनाव में कुल 20 महिलाएं विधायक पद के लिए दावेदारी रख रही हैं। वहीं बीजेपी त्रिपुरा में 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सहयोगी IPFT ने 6 सीटों पर दावेदारी रखी है। BJP ने सबसे ज्यादा 12 महिला कैंडिडेट को चुनावी रण में उतारा है।
त्रिपुरा के चुनावी रण में उतरी नई पार्टी
बीजेप के लिए प्रचार करने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, मनोज तिवारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सहित कई दिग्गज नेता पहुंचे। विजय संकल्प यात्रा भी निकाली गई। वहीं दूसरी ममता दीदी की पार्टी टीएमसी ने 47 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। जबकि कांग्रेस ने कुल 13 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं।
बता दें कि राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी और CPIM-कांग्रेस गठबंधन के अलावा इस बार एक नई पार्टी टिपरा मोथा भी चुनावी रण में है। जिसका नेतृत्व पूर्व शाही वंशज प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा कर रहे हैं। इस पार्टी को नेशनल पार्टीज से उलट लोकल होने का फायदा मिल सकता है। इसने ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ को अपना चुनावी एजेंडा बनाया है। पार्टी 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जिनमें 20 आदिवासी बहुल इलाके शामिल हैं। गौरतलब है कि ग्रेटर टिपरालैंड के जरिए त्रिपुरा की स्थानीय जनजातियों के लिए अलग राज्य बनाने की मांग उठ रही है।
क्या TMC देगी बीजेपी को टक्कर
राज्य में 2018 में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे, जिसमें बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। पार्टी को कुल 35 सीटें मिली थीं। इस दौरान बीजेपी ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया। पहले बिप्लब देव CM बनाए गए थे। लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया। इस बार बीजेपी को रोकने के लिए CPM और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया। वहीं पार्टी ममता बनर्जी की TMC पार्टी भी भाजपा को टक्कर दे सकती है।
गृहमंत्री अमित शाह ने हाल में एक इंटरव्यू में ये दावा किया था कि त्रिपुरा में दोबारा बीजीप की सरकार बनाने जा रही है। शाह ने कहा था कि “हमने ‘चलो पलटाई’ का नारा त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए दिया था। आज हमने हालात बदल दिए हैं। कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी साथ आए हैं। वे मान चुके हैं कि दोनों अकेले BJP को नहीं हरा सकते। BJP को त्रिपुरा में पूर्ण बहुमत मिलेगा और सरकार बनेगी।”