उमेश पाल हत्याकांड में नामजद आरोपी माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के मुख्य गैंगस्टर और सपा नेता लल्ला गद्दी ने एनकाउंटर के डर से SOG टीम के सामने सरेंडर कर दिया। सपा नेता ने कोर्ट में आत्मसमर्पण की अर्जी लगाई थी।
वहीं SIT लगातार उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी। लल्लागद्दी सरेंडर के बाद सोमवार देर रात SOG की टीम ने आरोपी को थाने ले जाकर पूछताछ की। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं मामले में जेल के दो सिपाही सहित 9 लोग पहले जेल ही जेल जा चुके हैं। जेलर और डिप्टी जेलर सहित 5 अफसर को निलंबित किया जा चुका हैं।
एनकाउंटर के डर से लल्लागद्दी ने किया सरेंडर
बता दें कि अतीक का भाई अशरफ ढाई साल से बरेली जेल में हैं। इस दौरान अशरफ का साला सद्दाम और उसका साथी लल्लागद्दी अन्य लोगों को जेल में मिलवाने का काम करते थे।। उमेशपाल हत्याकांड के बाद से ही सद्दाम और लल्लागद्दी फरार थे। दोनों को पकड़ने के लिए एसआईटी और बरेली एसटीएफ दबिश दे रहीं थीं। अब एनकाउंटर के डर से लल्लागद्दी ने सरेंडर कर दिया है।
बाहुबली अतीक अहमद प्रशासनिक आधार पर 1 जनवरी 2019 को देवरिया जेल से बरेली सेंट्रल जेल में लाया गया। फिर 19 अप्रैल 2019 को नैनी जेल इलाहाबाद भेज दिया गया। इस समय वह गुजरात की जेल में है।
लल्लागद्दी की बरेली जेल में थी सीधे एंट्री
वहीं अतीक का भाई अशरफ को 11 जुलाई 2020 को नैनी जेल प्रयागराज से बरेली सेंट्रल जेल लाया था। वह ढाई साल से इस जेल में बंद है। अशरफ भी बाहुबली है। दोनों भाई 14 साल पहले हुए राजूपाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी हैं, जो कई बार गवाहों को धमकी दे चुके हैं।
इस कड़ी में 8 जनवरी 2018 को प्रयागराज के धूमनगंज थाने में धमकी का केस भी दर्ज हुआ। अतीक ने कहा था कि जब हत्या कराउंगा तो 15 दिन तक खबर टीवी चैनलों पर चलेंगी। वहीं लल्लागद्दी की बरेली जेल में सीधे एंट्री थी। यह सद्दाम के साथ अशरफ से जेल में मिलने जाता था।
संपत्ति की सद्दाम की जांच में जुटी एसआईटी
मिली जानकारी के अनुसार अशरफ ने और उसके साले सद्दाम बरेली में करोड़ों रुपये की संपत्ति का एग्रीमेंट किया है। एसआईटी संपत्ति की जांच कर रही है। इस दौरान सामने आया है कि जेल के बाहर से सद्दाम अपने साले लल्लागद्दी के साथ मिलकर गैंग चला रहे थे। फिलहाल अशरफ का साला सद्दाम फरार है। उसकी लोकेशन पहले दिल्ली में मिली थी बाद में हैदराबाद में बताई गई।