श्रावस्ती में संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है। गांव को बाढ़ की कटान से सुरक्षित रखने के लिए बांध का निर्माण भी कराया जा रहा है, जिससे कई गांव को तो सुरक्षित किया जाएगा। लेकिन ऐसे कई गांव हैं, जो बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे। 2022 में आई बाढ़ ने श्रावस्ती में बड़ा तांडव मचाया था, जिसका खामियाजा कई गाँव को भरना पड़ेगा। जिनका नाम नक्शे से मिट चुका है।
2022 में बाढ़ ने मचाया तांडव
श्रावस्ती में संभावित बाढ़ को देखते हुए बांध निर्माण का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। 2022 में आई बाढ़ ने जनपद में काफी तांडव मचाया था। इसमें रामनगरा जैसे कई गांव राप्ती की आगोश में समा गए थे और उनका नाम नक्शे से मिट गया था। वही किसानों की हजारों बीघा जमीन वालों से आज भी बालू से पटी हुई है। श्रावस्ती में 2022 में आई बाढ़ ने काफी तांडव मचाया और श्रावस्ती के कई गाँव राप्ती की आगोश में समा गए थे।
कुछ गांव को बचाने के लिए प्रशासन युद्ध स्तर पर बांध निर्माण करा रहा है। लेकिन उन गांव को बचा तो लिया जाएगा लेकिन भगवान पुर,रघुनाथपुर, बैदौरा,बेड्सरा,लक्ष्मणपुर जैसे दर्जनों गांव को आज भी राप्ती निगलने के लिये तैयार है। क्योंकि जैसे-जैसे बरसात आ रही है संभावित बड़ों का खतरा मंडरा रहा है। भिनगा बहराइच फोरलेन मार्ग पर भी खतरा तेजी से बढ़ रहा है रहा है। क्योंकि इससे पहले भी इस मार्ग पर बाढ़ का असर देखने को मिला था वहीं जिलाधिकारी कृतिका शर्मा बता रही है कि बाढ़ से निपटने के लिए हर संभावित कार्य किए जा रहे हैं।