उत्तर प्रदेश के वाराणसी में इन दिनों काफी हलचल है। ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का सर्वे जारी है। वहीं शुक्रवार को शुरू हुआ सर्वे अब शनिवार को एक बार फिर शुरू हुआ। शनिवार को एक बार फिर से एएसआई की टीम सर्वे के लिए पहुंची और सुबह नौ बजे सर्वे शुरू हो गया है। सर्वे के पहले दिन शुक्रवार को ASI की टीम ने हिन्दू पक्ष की मौजूदगी में 7 घंटे तक सर्वे का काम किया था. सर्वे के पहले दिन मैपिंग और DPR इंस्टालमेंट का कार्य हुआ था।
वहीं हिंदू पक्ष के वकील विषणु शंकर जैन ने बताया कि आज DPR जैसी अत्याधुनिक तकनीक से सर्वे शुरू होगा। उन्होंने बताया कि पहले दिन मैपिंग और DPR इंस्टालमेंट का कार्य हुआ था। विष्णु शंकर जैन ने कहा कि ASI सर्वे से सामने ज्ञानवापी का साइंटिफिक सच सामने आएगा। ASI सर्वे से ज्ञानवापी मामले में काफी मदद मिलेगी। उधर मुस्लिम पक्ष की अधिवक्ता मुमताज अहमद ने कहा है कि कोर्ट के आदेश का पालन करना ही है। हर दिन सर्वे के दौरान मुस्लिम पक्ष की तरफ से कौन रहेगा यह बाद में तय किया जाएगा। तहखाने की चाभी को लेकर कमेटी ही बताएगी। हम लोग सर्वे में सहयोग करेंगे। गौरतलब है कि 3 अगस्त को अंजुमन इंतजामिया कमेटी की याचिका को खारिज करते हुए वाराणसी जिला जज के ASI सर्वे के आदेश को बरकरार रखा था। जिसके बाद मुस्लिम पक्ष शुक्रवार को ASI सर्वे की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, था लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली। सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की याचिका पर कहा कि आपको सर्वे से क्या दिक्कत है। हम सर्वे पर रोक नहीं लगाएंगे।
उधर ASI सर्वे को लेकर ज्ञानवापी और काशी विश्वनाथ के आस-पास सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। बता दें कि आज सुबह 9 बजे से सर्वेक्षण शुरू हुआ, लेकिन टीम 8 बजे ही अपने लाव-लश्कर के साथ ज्ञानवापी पहुंची. आज मुस्लिम पक्ष की तरफ से वकील एजाज मकबूल भी ज्ञानवापी पहुंच गए हैं। पहले दिन मुस्लिम पक्ष की तरफ से कोई भी मौजूद नहीं था।