यूपी में पल्लवी पटेल की कमेरावादी पार्टी अपना दल और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने गठबंधन किया है। दोनों नेताओं आज दोपहर दो बजे लखनऊ में
समाजवादी पार्टी को होगा नुकसान
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha 2024) अब एक और चुनौती सामने आ सकती है। मानो पल्लवी पटेल ने सपा के वोट बैंक को तोड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। असदुद्दीन ओवैसी ने उनका समर्थन किया है। पल्लवी पटेल ने स्पष्ट रूप से अखिलेश यादव के ‘पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक’ अभियान का जवाब एक मंच पर ‘पिछड़ा, दलित मुस्लिम’ अभियान से देंगे।
ओवैसी की पार्टी AIMIM और पल्लवी पटेल की कमेरावादी पार्टी अपना दल ने लोकसभा चुनाव में सहयोग किया है। इस मुद्दे पर पल्लवी पटेल और ओवैसी ने भी बैठक की है। दोनों नेताओं की फोटो भी दिखाई दी। पल्लवी पटेल और उनके पति पंकज निरंजन भी उपस्थित थे।
राज्यसभा चुनाव में देखे जाने वाले मतभेद
पल्लवी पटेल 2024 के लोकसभा (Lok Sabha 2024) चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ना चाहती थीं। वह फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी सीटों को चाहती थीं, लेकिन अखिलेश यादव ने मिर्जापुर में उम्मीदवार उतारकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था। जब फरवरी महीने में राज्यसभा चुनाव में सपा के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने से पल्लवी पटेल ने इनकार कर दिया कि अखिलेश यादव ने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) प्रणाली को नजरअंदाज किया है।
दावे की तीनों सीटों पर बीजेपी की हुई थी जीत
इस गठबंधन की इस गठबंधन की वजह से अखिलेश यादव के लिए ईस्टर्न यूपी में मुश्किलें हो सकती है, जहां फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों पर उनकी (पल्लवी पटेल की पार की) अच्छी पकड़ मानी जाती है. हालांकि, पिछले चुनाव में इन तीनों सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी और तीनों ही सीटों पर सपा के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर पर रहे थे. अपना दल (के) ने 2022 के विधानसभा चुनावों में किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ा था. हालांकि, पल्लवी पटेल ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को 7,337 वोटों से हराया था.
लखनऊ में ओवैसी-पल्लवी पटेल की पीसी
बताया जा रहा है कि पल्लवी पटेल ने असदुद्दीन ओवैसी से तीन दिन पहले हैदराबाद में मुलाकात की थी। आज ओवैसी इस गठबंधन को अंतिम रूप देने के लिए लखनऊ आ रहे हैं।पल्लवी पटेल 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ना चाहती थीं। वह फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी सीटों को चाहती थीं, लेकिन अखिलेश यादव ने मिर्जापुर में उम्मीदवार उतारकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था। आज पल्लवी पटेल और ओवैसी आज दोपहर 2 बजे लखनऊ के क्लार्क होटल में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जहां वे संभावित रूप से सीट बंटवारे की घोषणा कर सकेंगे।