Saharanpur News : सहारनपुर में दशहरे के पावन अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता और सांसद इमरान मसूद ने प्रभु श्री राम के आदर्शों पर जोर देते हुए एक महत्वपूर्ण और भावुक बयान दिया। उन्होंने कहा, जितने तुम्हारे राम हैं, उतने ही मेरे राम हैं। हम भी राम के हैं, तुम भी राम के हो, फिर हमसे नफरत क्यों करते हो?
सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा
मसूद ने दशहरे को असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक बताते हुए कहा कि आज का दिन प्रभु श्री राम की विजय का प्रतीक है। यह त्यौहार हमें जीवन में सत्य और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा, “आज का त्यौहार असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। यह दिन हमें अपने जीवन में राम के आदर्शों को अपनाने और उनके सिद्धांतों पर चलने का संदेश देता है।”
प्रभु राम के आदर्शों को जीवन में उतारें
मसूद ने अपने भाषण में राम के आदर्शों पर विशेष जोर दिया और कहा कि राम को मर्यादा पुरुषोत्तम इसलिए कहा गया क्योंकि उन्होंने हर रिश्ते को निभाने का सही तरीका दिखाया। उन्होंने कहा, “पिता-पुत्र, भाई-भाई, पति-पत्नी, समाज-राजा—प्रभु श्री राम ने हर रिश्ते को एक नई परिभाषा दी। हमें उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का काम करना चाहिए।”
राम किसी जाति या धारा से बंधे नहीं हैं
इमरान मसूद ने यह भी कहा कि राम किसी जाति, धर्म या धारा से बंधे नहीं हैं। उन्होंने कहा, “यह देश राम का है, इसके कण-कण में राम हैं। राम आपको मंदिर के फेरों में नहीं मिलेंगे, राम मिलेंगे शबरी के झूठे बेरों में, पंचवटी की छांव में, और मर्यादा से जीने में। राम हनुमान जी के सीने में और हमारे अपने मन में हैं।”
राम के देश में नफरत क्यों?
अपने संबोधन के दौरान इमरान मसूद ने समाज में फैल रही नफरत पर चिंता व्यक्त की और कहा कि प्रभु श्री राम का नाम लेकर एक-दूसरे से नफरत करने का काम गलत है। उन्होंने कहा, “राम के देश में हमसे नफरत करने का काम क्यों करते हो? हम भी राम के हैं, तुम भी राम के हो। जितने तुम्हारे राम हैं, उतने ही मेरे भी राम हैं।”
इमरान मसूद का यह बयान दशहरे के मौके पर सहारनपुर में लोगों के बीच व्यापक रूप से सराहा गया। उनके इस संदेश ने एकता, भाईचारे और सद्भावना का आह्वान किया। मसूद ने प्रभु श्री राम के आदर्शों को जीवन में अपनाने और समाज में शांति और प्रेम का वातावरण बनाए रखने की अपील की।