महिलाओं के लिए अनोखी पहल
Pavel Durov की इस पहल को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज़ हो गई हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जो महिलाएं उनके स्पर्म से बच्चे चाहती हैं, उनके लिए वह मुफ्त में यह सेवा प्रदान करेंगे। इस सेवा का लाभ उठाने के लिए इच्छुक महिलाओं को सिर्फ एक ही शर्त पूरी करनी होगी – उनकी उम्र 37 साल से कम होनी चाहिए। ड्यूरोव ने इस सेवा के लिए फर्टिलिटी क्लिनिक के खर्चों को भी वहन करने का वादा किया है। इसके साथ ही, क्लिनिक ने अपने बयान में बताया है कि इसमें शामिल होने वाली महिलाओं को बेहतरीन मेडिकल फैसिलिटी और विशेषज्ञों की देखरेख में इलाज की सुविधा मिलेगी।
फर्टिलिटी का अनोखा सफर
Pavel Durov के जीवन का यह कदम उनके एक दोस्त के अनुरोध से शुरू हुआ था, जिसने फर्टिलिटी समस्याओं के कारण ड्यूरोव से स्पर्म डोनेट करने की अपील की थी। ड्यूरोव ने इस प्रस्ताव को पहले मजाक समझा, लेकिन दोस्त की कठिनाई को देखते हुए सहमति दे दी। तब से उन्होंने कई देशों में स्पर्म डोनेट करना जारी रखा और आज उनके 100 से अधिक जैविक बच्चे हैं। उनका कहना है कि यह पहल उनका व्यक्तिगत निर्णय है और उन्होंने इसमें कभी कोई वित्तीय लाभ या अन्य उद्देश्य नहीं जोड़ा।
अल्ट्राविटा क्लिनिक का योगदान
मॉस्को स्थित आल्ट्राविटा फर्टिलिटी क्लिनिक इस सेवा में साझेदार है और इच्छुक महिलाओं को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं देने का दावा कर रहा है। ड्यूरोव ने यह सुविधा सीमित समय के लिए उपलब्ध कराई है, और इसके तहत इच्छुक महिलाएं क्लिनिक से संपर्क कर परामर्श और अपॉइंटमेंट प्राप्त कर सकती हैं। इस सेवा का उद्देश्य अधिक से अधिक महिलाओं को मातृत्व का सुख प्रदान करना है।
100 बच्चों के पिता बनने का सफर
पिछले 15 वर्षों में, पावेल ड्यूरोव ने 12 देशों में अपने स्पर्म से 100 से अधिक बच्चों को जन्म दिया है। उनका कहना है कि वह इस सफर से बेहद संतुष्ट हैं और इसे एक सकारात्मक प्रयास मानते हैं। ड्यूरोव की इस पहल ने लोगों के बीच एक नई बहस को जन्म दिया है, जिसमें लोग उनके इस कदम की सराहना कर रहे हैं और इसे एक अनोखा मानवीय प्रयास मान रहे हैं।