कानपुर। सीसामऊ विधानसभा सीट के लिए 20 नवंबर को वोटिंग है। ऐसे में सोमवार को चुनाव प्रचार थम गया। बीजेपी की तरफ से कई दिग्गज नेता कानपुर पहुंचे और सुरेश अवस्थी के समर्थन में रैली-रोड शो किए। वहीं समाजवादी पार्टी की तरफ से डिम्पल यादव ने कमान थामी और लाव-लश्कर के साथ सीसामऊ की गलियों में अपना रथ घुमाया। करीब दो घंटे तक डिम्पल यादव का रोड शो चला। इस दौरान सपा समर्थक इरफान सोलंकी के फेस मास्क पहनकर पहुंचे। अजान होने पर कुछ देर के लिए डिंपल ने रोड शो को रोक दिया। अजान खत्म होने के बाद एक बार फिर रोड शो शुरू हो गया।
नसीम सोलंकी के समर्थन में रोड शो
सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी सांसद डिंपल यादव ने सोमवार को पार्टी प्रत्याशी नसीम सोलंकी के समर्थन में संगीत टॉकीज से रोड शो शुरू किया। संगीत सिनेमा के पास से रोड शो शुरू हुआ। इसके बाद चंद्रिका देवी चौराहा, हलीम कॉलेज होते हुए रूपम चौराहा पहुंचेगा। इसके बाद रोड शो समाप्त हो गया। रोड शो में सैकड़ों की संख्या में सपा समर्थक पहुंचे। इरफान सोलंकी मा मास्ब बनने कार्यकर्ता अखिलेश यादव-डिम्पल यादव के जयकारे लगा रहे थे। महिलाओं ने डिम्पल यादव का स्वागत किया। फूल की वर्षा भी की गई।
रिकॉर्ड मतों से जीतेंगी नसीम सोलंकी
इस दौरान डिम्पल यादव समाजवादी पीडीए रथ पर सवार रहीं। उन्होंने कहा कि जनता प्रत्याशी नसीम सोलंकी के साथ है। वह रिकॉर्ड मतों से जीतेंगी। उन्हें सभी वर्ग और समाज के लोगों का समर्थन मिल रहा है। डिम्पल ने कहा कि ये बात सही है कि लोग डरे हुए हैं। अधिकारियों की ड्यूटी होती है कि चुनाव सही तरीके से संपन्न कराएं। लोग जब वोट डालने जाते हैं तो उन्हें संविधान से अधिकार मिला हुआ है। लेकिन यहां प्रशासन नहीं चाहता कि वोट ढंग से पड़े। प्रशासन सरकार के इशारे पर काम कर रहा है। बात सिर्फ सीसामऊ की नहीं है, प्रदेश के सभी उपचुनाव में प्रशासन अपनी ताकत का दुरुपयोग कर रहा है।
उसी तरह से BJP फिर हारेगी
डिम्पल यादव ने कहा कि सरकार दबाव बना रही है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी चुनाव हार चुकी है। तभी ये लोग प्रशासन को अपनी पार्टी की ओर से चुनाव लड़ाने के लिए सामने ले आए हैं।। लेकिन जिस तरह 2024 में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था उसी तरह से पार्टी फिर हारेगी। बंटेंगे तो कटेंगे के नारे को लेकर डिम्पल यादव ने कहा कि भारत की परंपरा नहीं है कि इस तरह के भाषण दिए जाएं। इस तरह की बातें सार्वजनिक मंच से नहीं बोलना चाहिए। ये लोग नहीं चाहते हैं कि देश में लोकतंत्र कायम रहे। ये नहीं चाहते कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान से ये देश चले। इस वजह से ये लोग ऐसी बातें कर रहे हैं।