International News-आईए जानते हैं विश्व के उन 10 देशों के बारे में जो आंतकवाद से जूझ रहे है।दुनिया के कई देश आतंकवाद से लगातार प्रभावित रहे हैं। ये देश आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों के केंद्र बन चुके हैं, जो उनके लिए शांति और सुरक्षा बनाए रखना मुश्किल बना रहे हैं। इनमें से कई देशों में हिंसा, अस्थिरता और संघर्ष का कारण ये आतंकी समूह ही हैं।
पाकिस्तान: आतंकवादियों की पनाहगाह
पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों को लगातार समर्थन और सुरक्षा मिलती रही है। इसकी वजह से यहां आतंकवादी गतिविधियां रुकने का नाम नहीं ले रहीं। पाकिस्तान में मौजूद कई संगठनों को न केवल पनाह दी जाती है, बल्कि उन्हें फंडिंग और रणनीतिक सहायता भी मिलती है। इसका गहरा असर देश की आंतरिक और बाहरी शांति पर पड़ता है।
इराक: आईएसआईएस और अल-कायदा का गढ़
इराक में आईएसआईएस और अल-कायदा जैसे संगठनों ने हिंसा का ऐसा माहौल बनाया है कि देश लंबे समय से शांति की तलाश में है। इन संगठनों की गतिविधियों ने इराक को अस्थिरता और संघर्ष के दलदल में धकेल दिया है।
सीरिया: आतंकवाद और गृहयुद्ध का संगम
सीरिया में आईएसआईएस और अल-कायदा जैसे आतंकी संगठन सक्रिय हैं। इनकी वजह से इस देश में शांति और सुरक्षा के तमाम प्रयास विफल हो जाते हैं। यहां का गृहयुद्ध भी आतंकवाद के लिए उपजाऊ जमीन बन चुका है।
नाइजीरिया: बोको हराम का आतंक
नाइजीरिया में बोको हराम जैसे संगठन आतंकवाद का मुख्य स्रोत हैं। इनकी गतिविधियों ने देश की आंतरिक सुरक्षा को बुरी तरह से प्रभावित किया है। वहां के नागरिक भी इनकी हिंसक गतिविधियों का शिकार बनते हैं।
सोमालिया: अल-शबाब की दहशत
सोमालिया में अल-शबाब जैसे संगठन न केवल देश बल्कि पूरे अफ्रीकी क्षेत्र में अस्थिरता का कारण बने हुए हैं। इनकी वजह से सोमालिया में शांति स्थापना एक चुनौती बनी हुई है।
यमन: गृहयुद्ध और आतंकवाद का कॉकटेल
यमन में अल-कायदा जैसे संगठन गृहयुद्ध का फायदा उठाकर अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। यहां आतंकवाद ने लोगों के जीवन को और अधिक कठिन बना दिया है।
लीबिया: राजनीतिक अस्थिरता और आतंकवाद
लीबिया में राजनीतिक अस्थिरता के कारण कई आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। ये संगठन न केवल देश बल्कि पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर रहे हैं।
लेबनान
हिज्बुल्लाह पूरे इजरायल में आतंक मचाए हुए हैं गाजा हमास एक बहुत बड़ा आतंकी संगठन है
इन दस देशों में आतंकवाद ने विकास और स्थिरता की संभावनाओं को बुरी तरह से प्रभावित किया है। आतंकवादी समूहों से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर सहयोग और सख्त कदमों की जरूरत है।