PAN 2.0 Project : केंद्र सरकार ने आयकर विभाग के पैन 2.0 प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। जल्द ही नागरिकों को क्यूआर कोड से लैस नया पैन कार्ड मिलेगा, जो डिजिटल इंडिया अभियान के तहत एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे जुड़ी कई बातें लोगों के मन में उठ रही हैं, जैसे- पुराने पैन कार्ड का क्या होगा, नया पैन कार्ड क्यों बनाया जा रहा है, और क्या इसके लिए कोई शुल्क देना होगा। आइए इन सवालों के जवाब समझते हैं।
PAN card का महत्व
पैन कार्ड (परमानेंट अकाउंट नंबर) आयकर विभाग द्वारा जारी एक पहचान पत्र है, जिसका उपयोग वित्तीय लेनदेन में होता है। यह 10 अंकों का अल्फा-न्यूमेरिक कोड है, जिसमें आपकी टैक्स जानकारी, बैंक खातों, प्रॉपर्टी लेनदेन और निवेश से संबंधित विवरण दर्ज होता है।
पैन 2.0 की खासियत और उद्देश्य
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, पैन 2.0 एक उन्नत ई-गवर्नेंस पहल है। मौजूदा पैन सिस्टम 15-20 साल पुराना है और इसे अब आधुनिक तकनीक से अपडेट करने की जरूरत है। नया पैन कार्ड न केवल अधिक सुरक्षित होगा, बल्कि टैक्सपेयर्स को एक बेहतर डिजिटल अनुभव भी प्रदान करेगा। इसमें क्यूआर कोड जैसी सुविधाएं शामिल होंगी, जिससे इसे उपयोगकर्ता-अनुकूल और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।
पुराने PAN card का क्या होगा?
यदि आपके पास पहले से पैन कार्ड है, तो आपको अलग से कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। नया पैन कार्ड स्वतः ही आपके पते पर भेज दिया जाएगा और इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। वहीं, जिनके पास पैन कार्ड नहीं है, उन्हें डिजिटल या फिजिकल पैन कार्ड के लिए आवेदन करना होगा।
नए PAN card की सुविधाएं
नए पैन कार्ड को आधार कार्ड की तरह बहुउद्देश्यीय बनाया जाएगा। क्यूआर कोड की मदद से यह सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने और वित्तीय प्रक्रियाओं को सरल बनाने में मदद करेगा।
PAN card कैसे बनवाएं?
ऑफलाइन आवेदन
नजदीकी पैन सर्विस एजेंसी (जैसे, किराना स्टोर, मोबाइल रिचार्ज सेंटर) पर जाएं। आवेदन पत्र भरें और आधार नंबर, मोबाइल नंबर समेत जरूरी जानकारी दें। eKYC प्रक्रिया पूरी करें और डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें। फिजिकल पैन कार्ड के लिए 107 रुपये और डिजिटल पैन कार्ड के लिए 72 रुपये शुल्क जमा करें। भुगतान के बाद ओटीपी वेरिफिकेशन करें और आवेदन सबमिट करें।
ऑनलाइन आवेदन
आयकर विभाग के e-Filing पोर्टल पर जाएं। Instant e-PAN के लिए मुफ्त में आवेदन करें (यह सुविधा केवल आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर वाले एडल्ट यूजर्स के लिए है)। प्रक्रिया पूरी करने के बाद पैन कार्ड डिजिटल फॉर्मेट में उपलब्ध होगा।
सरकार की योजना
सरकार पैन कार्ड को डिजिटल इंडिया अभियान के अनुरूप अपग्रेड कर रही है, जिससे यह न केवल वित्तीय लेनदेन में मददगार होगा, बल्कि सरकारी योजनाओं के लाभ को सुगम बनाएगा। इसका उद्देश्य इसे आधार कार्ड जितना ही महत्वपूर्ण और उपयोगी बनाना है।