Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अगले साल जनवरी में होने वाले महाकुंभ को स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। महाकुंभ (Mahakumbh 2025) को प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य से दोना-पत्तल विक्रेताओं को दुकानों का आवंटन किया जा रहा है। अपर मेलाधिकारी (कुंभ) विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि श्रद्धालुओं को प्लास्टिक मुक्त और स्वच्छ वातावरण प्रदान करने की दिशा में यह पहल की जा रही है। जल्द ही इन दुकानों का आवंटन कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
400 स्कूलों के प्रिंसिपल के साथ बैठक
स्वच्छता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए 400 स्कूलों के प्राचार्यों के साथ बैठक आयोजित की गई है। छात्रों को स्वच्छता का दूत बनाकर प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया जा रहा है। चतुर्वेदी ने जानकारी दी कि मेले में 1500 से अधिक गंगा सेवकों को तैनात किया जा रहा है जो न केवल स्वच्छता अभियान चलाएंगे बल्कि श्रद्धालुओं को प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए भी प्रेरित करेंगे। इन सेवकों का प्रशिक्षण शुरू हो चुका है और आवश्यकता अनुसार इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
महाकुंभ में चलेगा ‘हर घर दस्तक’ अभियान
महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के दौरान ‘हर घर दस्तक’ अभियान चलाया जा रहा है ताकि हर व्यक्ति इस पहल में सक्रिय रूप से भाग ले सके। इसके अलावा सभी सुविधा पर्चियों में प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ का संदेश शामिल किया गया है। मेलाधिकारी ने बताया कि दुकानदारों और अन्य संस्थाओं को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे प्लास्टिक के इस्तेमाल से बचें नहीं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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परेड ग्राउंड में बन रहा 100 बेड का अस्पताल
श्रद्धालुओं (Mahakumbh 2025) की स्वास्थ्य देखभाल के लिए परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। एम्स रायबरेली और सेना के विशेषज्ञ डॉक्टरों को यहां तैनात किया जाएगा। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. गौरव दुबे ने बताया कि अस्पताल का 70% निर्माण पूरा हो चुका है और यहां 24 घंटे चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी। पुरुष, महिला और बच्चों के लिए अलग-अलग वार्ड, प्रसूति कक्ष, आपातकालीन सेवाएं और जांच सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर
इसके अलावा मेला क्षेत्र में 20-20 बेड के आठ छोटे अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं। सेना के अस्पताल की ओर से 10-10 बेड के दो आईसीयू बनाए जा रहे हैं। वहीं झूंसी के 25 बेड वाले अस्पताल में एम्स रायबरेली द्वारा 10 बेड का आईसीयू स्थापित किया जा रहा है। संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए भी दो विशेष अस्पतालों की व्यवस्था की गई है, जहां विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात रहेंगे।