कानपुर ऑनलाइन डेस्क। कुछ दिन पहले फतेहपुर में एक युवक ने बड़ा खुलासा किया था। उसका कहना था कि उसे एक सप्ताह के अंदर 6 बार सांप ने काटा। युवक को हरबार हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। सीएमओ ने जांच करवाई तो सांप डसने की खबर झूठ निकली। कुछ ऐसा ही मामला यूपी के महोबा में भी सामने आया है। यहां एक लड़की के पीछे बौना नाग पड़ा हुआ है। वह अब तक लड़की को 11 बार काट चुका है। बौना नाग के दंश से परेशन लड़की के परिवारवालों ने विज्ञान के साथ-साथ झाड़-फूंक का सहारा लिया। पर लड़की की जान के पीछे पड़ा बौना नाग उसे लगातार अपना शिकार बना रहा है।
क्या है पूरा मामला
ममला महोबा जनपद की चरखारी तहसील क्षेत्र के पंचमपुरा गांव का है। यहां दलपत अहिरवार अपने परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि बेटी पुत्री रोशनी (19) वर्ष 2019 में अपने खेत में कृषि कार्य कर रही। इसी दौरान उसका पैर जहरीले सांप की पूंछ पर पड़ गया। सांप ने रोशनी को काट दिया। तत्काल उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इलाज के बाद रोशनी की जान बच गई। बेटी को हम घर लेकर आए। तभी रोशनी के कमरे में बौना नाग दिखा। बेटी ने शोर मचाया तो हमलोग भागकर अंदर गए। बौना सांप कमरे पर था और चंद मिनट के बाद आंखों से ओझल हो गया।
पांच साल में 11 बार काटा
रोशनी के पिता ने बताया कि करीब एक सप्ताह बाद बौने नाग ने फिर से बेटी को काट लिया। उसे दोबारा अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पिता की मानें तो रोशनी को इस रहस्यमयी बौना नाग ने पांच साल में 11 बार अपना शिकार बनाया है। रोशनी के पिता की मानें तो सांप ने उन्हें भी नहीं बख्शा। जब बेटी का इलाज करवाने वो अस्पताल पहुंचे थे तो सांप ने उन्हें भी काट लिया। परिवारवाले बताते हैं कि जहरीला सांप युवती के पीछे ऐसा पड़ा कि मानो जैसे कोई प्रेमी अपनी प्रेमिका के प्यार में पागल हो। युवती कहीं भी जाती तो सांप उसके पीछे पड़ जाता। महोबा से दूसरे शहर जाने पर बौना नाग भी वहां पहुंच जाता है।
हालांकि विज्ञान ऐसे तर्कों को नहीं मानता
जहरीले बौना नाग से युवती की जान बचाने के लिए परिवारवाले विज्ञान के साथ-साथ झाड़ू-फूंक का भी सहारा लिया, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। जहरीला सांप लड़की के पीछे हाथ धोकर पड़ा हुआ है। आए दिन उसे अपना शिकार बनाने की कोशिश करता है। फिलहाल युवती का परिवार दहशत के साए में जीने को मजबूर है। इस बौना काले नाग से उसका पीछा छुड़ाने के लिए हर जतन कर रहा है। वहीं पड़ोसियों का अपना अलग तर्क है। उनका कहना है कि रोशनी पिछले जन्म नागिन होगी। इसी के चलते बौना सांप उसे काट रहा है। हालांकि विज्ञान ऐसे तर्कों को नहीं मानता।
मानसिक बीमारी से पीड़ित
मामले पर जिला अस्पताल स्थित मन कक्ष में तैनात चिकित्सक डॉक्टर प्रेम ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि, युवती किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित है। उन्होंने कहा कि ऐसा सम्भव नहीं है कि किसी को कोई सांप 11 बार काटे और उसे कुछ न हो। यह मामला कुछ और ही प्रतीत होता है। युवती का इलाज मनोचिकित्सक से करवाना चाहिए। डॉक्टर प्रेम न ने कहा, लोगों को ऐसी भ्रामक खबरों से दूर रहना चाहिए.।लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। ये सब बस अंधविश्वास है। डॉक्टर ने कहा कि युवती का इलाज कहां पर हुआ, इसकी जांच करवाई जाए तो सच बाहर आ जाएगा। युवती मनोरोग से ग्रसित है।
फतेहपुर में भी कुछ ऐसा मामला आया था सामने
फतेहपुर निवासी विकास दुबे ने 40 दिन में 7 बार सांप काटने का दावा किया था। लेकिन उनके दावों के उलट डॉक्टर्स ने अलग ही कहानी सुनाई है। स्वास्थ्य विभाग टीम ने एक जांच रिपोर्ट में सच और झूठ को अलग-थलग कर दिया था। रिपोर्ट में पाया गया कि, विकास दुबे के शरीर पर सांप काटने के 7 निशानों में से 6 निशान स्नेक बाईट के नहीं थे। सिर्फ एक बार ही विकास दुबे को सांप ने डसा था। उसके बाद के जो भी स्नेक बाइट दिखाए गए वो जांच में संदिग्ध पाए गए। डीएफओ रामानुज त्रिपाठी ने बताया था कि, जांच में यह तथ्य प्रकाश में आए हैं कि विकास दुबे के अलावा अब तक किसी ने भी सांप को नहीं देखा है। जिन-जिन स्थानों पर विकास दुबे को सांप ने डसा है वहां भी जांच पड़ताल की गई लेकिन वहां पर सांप नहीं मिला।