CM Yogi: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुंबई में वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम-2024 में अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश के विकास को एक मिसाल के तौर पर पेश किया। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य ने पिछली सरकारों की गलत नीतियों से उबरते हुए एक मजबूत आर्थिक स्थिति प्राप्त की। सीएम ने यूपी की बढ़ती जीडीपी और बढ़ते पर्यटन उद्योग पर प्रकाश डाला और 2025 तक राज्य की जीडीपी 32 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और यूपी के विकास को लेकर उनकी आलोचनाओं को खारिज किया। उन्होंने 2025 में होने वाले महाकुंभ का भी निमंत्रण दिया, जो यूपी के विकास और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बनेगा।
यूपी का विकास और आर्थिक प्रगति
2017 के बाद से उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व विकास हुआ है, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में यह राज्य समृद्धि की ओर बढ़ा है। वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम में सीएम योगी ने राज्य की बढ़ती जीडीपी और विकास की दिशा पर जोर दिया। उन्होंने यूपी के आर्थिक विकास की तुलना पिछले शासन से की, जहां राज्य की जीडीपी 2012-2017 तक 12-13 लाख करोड़ के बीच थी। वहीं, अब राज्य का लक्ष्य 2025 तक 32 लाख करोड़ की जीडीपी का है। उन्होंने राज्य के विकास में सरकार की भूमिका और नीति सुधारों की बात की और बताया कि इस बदलाव के लिए उनकी सरकार ने हर क्षेत्र में सुधार किए हैं।
सीएम ने महाकुंभ 2025 का निमंत्रण देते हुए कहा कि यह आयोजन यूपी की सांस्कृतिक धरोहर और विकास का बेहतरीन उदाहरण बनेगा। महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिससे यूपी की विकास कहानी पूरी दुनिया तक पहुंचेगी।
यूपी के पर्यटन उद्योग की बढ़ती ताकत
यूपी के पर्यटन उद्योग में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2014 में वाराणसी में हर साल 50 लाख पर्यटक आते थे, लेकिन अब 16 करोड़ पर्यटक वाराणसी का दौरा करते हैं। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ा है, क्योंकि पर्यटन से जुड़े कई क्षेत्रों, जैसे होटल, टैक्सी, ई-रिक्शा, और स्थानीय व्यापार में भी वृद्धि हुई है। इसके अलावा, अयोध्या, मथुरा और वृंदावन में भी श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। 2023 में यूपी में 62 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, जबकि इससे पहले यह आंकड़ा 1-2 करोड़ तक सीमित था।
#WATCH मुंबई: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जियो कन्वेंशन सेंटर में विश्व हिंदू आर्थिक मंच के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "…पहली सदी से लेकर 15वीं सदी तक दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत की जो हिस्सेदारी थी, यूरोप से जुड़े विद्वान भी इस बात को… pic.twitter.com/3gSPdjIkd5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2024
विपक्ष पर तीखा हमला और समान नागरिक संहिता का समर्थन
CM Yogi ने यूपी के विकास की चर्चा करते हुए विपक्षी दलों पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं की नीतियों को नकारते हुए कहा कि ये लोग भारत की सांस्कृतिक विरासत का अपमान करते हैं। उन्होंने विशेष रूप से पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की टिप्पणियों का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने भारत की ऐतिहासिक धरोहर को मिथक बताया था। योगी ने कहा कि विपक्ष संविधान और लोकतंत्र की बात करते हुए खुद संविधान का उल्लंघन करते हैं।
सीएम ने समान नागरिक संहिता का समर्थन करते हुए कहा कि भारत में हर वर्ग के हितों का सम्मान होना चाहिए, और यह आवश्यक है कि समाज में किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो।
भारत के आर्थिक भविष्य में यूपी की भूमिका
CM Yogi ने यूपी की भूमिका को भारत की आर्थिक प्रगति में अहम बताया। उन्होंने कहा कि यूपी अब देश की जीडीपी में 9.2 प्रतिशत का योगदान दे रहा है, जो पहले दसवीं अर्थव्यवस्था हुआ करता था। उन्होंने राज्य में चल रहे विभिन्न विकास परियोजनाओं जैसे गंगा एक्सप्रेसवे, जेवर एयरपोर्ट, और डिफेंस कॉरिडोर की चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में हो रहे उद्योगों और निवेश की प्रक्रिया को भी गति दी है, जिससे अब यूपी में पलायन की समस्या खत्म हो रही है और व्यवसायिक गतिविधियां तेज हो रही हैं।
अंत में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी ने यह साबित किया है कि कैसे विरासत और विकास का समन्वय किया जा सकता है। राज्य की समृद्धि में ये दोनों पहलू एक-दूसरे के पूरक बने हैं और आगे भी यही दिशा रहेगी।