News1India Conclave: आगरा में News1 India के भव्य कॉन्क्लेव “महाकुंभ मंथन” का आयोजन शुरू हो चुका है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों, धार्मिक संतों और प्रतिष्ठित नेताओं ने शिरकत की। समाज, राजनीति और धर्म से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श के लिए यह मंच चर्चा का केंद्र बना हुआ है।
इस अवसर (News1India Conclave) पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “राजा का बेटा हो या गरीब का, सभी को शिक्षा एक समान मिलनी चाहिए।” उन्होंने उत्तर प्रदेश में धर्म के राजनीतिक उपयोग पर टिप्पणी करते हुए कहा, “धार्मिक अस्त्र का इस्तेमाल हो रहा है अगर काटोगे तो बताना भी पड़ेगा।”
साथ ही उन्होंने बिहार की राजनीति में “बांटेगा तो काटेंगे” जैसे नारों पर भी सवाल उठाए और कहा कि राजनीति में गंदगी बढ़ गई है जिसे स्वच्छ चुनाव और स्वच्छ राजनीति से साफ किया जा सकता है। जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन पर चर्चा करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री ने अपने दृष्टिकोण के तहत मुझे महत्वपूर्ण विभाग दिया जिससे मैं समाज की सेवा कर सकूं।”
मांझी के जवाब से सियासी हलचल
बिहार की राजनीति में हमेशा चर्चा में रहने (News1India Conclave) वाले जीतन राम मांझी ने एक बार फिर बयानबाजी से हलचल मचा दी है। उत्तर प्रदेश में धार्मिक मुद्दों के इस्तेमाल पर प्रतिक्रिया देते हुए मांझी ने तीखा बयान दिया, “काटोगे तो बताओगे।” इस बीच तेजस्वी यादव पर टिप्पणी करते हुए मांझी ने कहा कि तेजस्वी शायद शराब पीते होंगे इसलिए उन्हें इस बारे में ज्यादा पता होगा। उनका यह बयान बिहार की सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत बिगड़ने पर मांझी ने उनकी तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि नीतीश हमेशा से मजबूत और प्रभावी नेता रहे हैं। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि नीतीश बार-बार पार्टी क्यों बदलते हैं तो उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “तलाब का पानी गंदा हो जाता है इसलिए उसे बदलना जरूरी हो जाता है।” जीतन राम मांझी के इन बयानों ने बिहार की सियासी हलचल को और तेज कर दिया है।