Mahakumbh 2024 : प्रयागराज में भव्य कुंभ मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। इस संदर्भ में, यूपी पुलिस ने राज्य में बढ़ती फर्जी खबरों और साइबर अपराधों के खतरे से निपटने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इस अभियान का उद्देश्य स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों को फर्जी खबरों की पहचान करने और साइबर खतरों का सामना करने के लिए प्रशिक्षित करना है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने एएनआई से बात करते हुए कहा, “2018 से पुलिस डिजिटल वॉलंटियर्स को शामिल कर रही है, और 2023 में व्हाट्सएप के जरिए सामुदायिक सुविधाएं जोड़ने के साथ इन स्वयंसेवकों की पहुंच में और भी वृद्धि हुई है।”
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने हाल ही में डिजिटल स्वयंसेवकों के कार्यों को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 से राज्य पुलिस डिजिटल स्वयंसेवकों को स्थानीय पुलिस स्टेशनों से जोड़कर गांव और पड़ोस स्तर पर होने वाली घटनाओं की जानकारी प्राप्त कर रही है। इससे पुलिस को वास्तविक समय में घटनाओं की जानकारी मिलती है, जिससे समस्या बढ़ने से पहले ही त्वरित कार्रवाई की जा सकती है।
10 लाख डिजिटल स्वयंसेवकों की बढ़ती भूमिका
डीजीपी ने कहा कि वर्तमान में लगभग 10 लाख लोग डिजिटल स्वयंसेवक के रूप में कार्य कर रहे हैं, और इन स्वयंसेवकों के साथ लगभग 2 लाख पुलिसकर्मी भी जुड़े हुए हैं। यह नेटवर्क पुलिस को बेहतर तरीके से इलाके की घटनाओं पर नजर रखने और सही समय पर प्रतिक्रिया देने में मदद करता है।
डीजीपी ने “डिजिटल योद्धा” रखा नाम
समय के साथ सोशल मीडिया और साइबर अपराधों में बदलाव को ध्यान में रखते हुए, डीजीपी ने डिजिटल स्वयंसेवकों का नाम बदलकर “डिजिटल योद्धा” रखने का प्रस्ताव दिया। उनका कहना था कि साइबर अपराध और सोशल मीडिया की चुनौती को देखते हुए यह बदलाव जरूरी है। इसके तहत, छात्रों को कार्यशालाओं और गूगल फॉर्म के जरिए इस अभियान से जोड़ा जाएगा, और उनके संपर्क नंबर भी एकत्र किए जाएंगे।
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स्कूलों में साइबर क्लब बनाने की योजना
डीजीपी ने यह भी बताया कि पुलिस स्कूलों और कॉलेजों में “साइबर क्लब” स्थापित करने की योजना बना रही है। इन क्लबों का नेतृत्व डिजिटल योद्धा करेंगे, जो साइबर अपराधों से निपटने, पुलिस की मदद करने और सामाजिक जागरूकता फैलाने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करेंगे। इस पहल से छात्रों को साइबर अपराधों के प्रति सजग किया जाएगा और उन्हें इस क्षेत्र में काम करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।