causes and prevention of night sweating : आपने कभी न कभी यह महसूस किया होगा कि सोते वक्त पसीना आना एक आम समस्या है। कभी कभी यह सामान्य होता है, लेकिन अगर यह बार बार हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। नींद में पसीना आना कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि आप इसे हल्के में न लें और इसके कारणों को समझने की कोशिश करें। चलिए, जानते हैं कि नींद में पसीना क्यों आता है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
नींद में पसीना आने के कारण
हाइपरथायरायडिज्म
हाइपरथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है, जिसमें थायरॉइड ग्रंथि ज्यादा मात्रा में थायरॉइड हार्मोन बनाने लगती है। इसका परिणाम यह होता है कि शरीर ज्यादा गर्मी पैदा करता है, जिससे पसीना आना शुरू हो जाता है। यह स्थिति शरीर को असहज कर देती है और शरीर पसीने के रूप में इसे बाहर निकालता है।
मानसिक बीमारियां
तनाव, चिंता या किसी प्रकार की मानसिक बीमारी भी रात को पसीना आने का कारण हो सकती है। जब आपका मन तनाव में होता है, तो शरीर भी इस स्थिति को महसूस करता है, और नतीजतन पसीना निकलने लगता है। कभी-कभी यह इतना बढ़ जाता है कि पूरी चादर गीली हो जाती है।
डायबिटीज (मधुमेह)
डायबिटीज के मरीजों में रात को पसीना आना एक सामान्य समस्या हो सकती है, खासकर जब उनका शुगर लेवल अचानक कम हो जाता है। इसे हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है, जो शरीर में शुगर की कमी के कारण होता है और इससे रात में पसीना आ सकता है।
हार्मोनल असंतुलन
यह समस्या मुख्य रूप से महिलाओं में होती है, खासकर मेनोपॉज के दौरान। हार्मोनल असंतुलन से शरीर में गर्मी महसूस होती है, और पसीना आता है। साथ ही, इससे नींद भी खराब हो सकती है और बेचैनी बढ़ सकती है।
नींद में पसीना आने से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं
अगर रात को लगातार पसीना आता है, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यह शरीर में सूजन, नींद की कमी, और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। इसके अलावा, यह हाइपरथायरायडिज्म, डायबिटीज, और हार्मोनल असंतुलन जैसी गंभीर समस्याओं का भी संकेत हो सकता है, जिन्हें अनदेखा नहीं करना चाहिए।
नींद में पसीना आने से बचने के उपाय
कमरे का तापमान ठंडा रखें
आपका सोने का कमरा ठंडा और आरामदायक होना चाहिए। ज्यादा गर्मी से शरीर पसीना निकालता है, इसलिए ठंडे कमरे में सोने से इस समस्या से बचा जा सकता है।
सही कपड़े पहनें
सोते समय हल्के और सूती कपड़े पहनें, ताकि शरीर को हवा मिल सके और पसीना निकलने में आसानी हो।
तनाव कम करें
अपने दिनचर्या में बदलाव करें और ध्यान, योग या हल्की एक्सरसाइज से मानसिक तनाव को कम करें। इससे पसीना आने की संभावना कम हो सकती है।
खानपान का ध्यान रखें
मसालेदार, तला हुआ या भारी खाना खाने से पसीना बढ़ सकता है। रात का खाना हल्का और पचने में आसान रखें।
अगर आपको नींद में पसीना आ रहा है, तो इसे अनदेखा न करें। यह कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है, जैसे हाइपरथायरायडिज्म, डायबिटीज, मानसिक समस्याएं या हार्मोनल असंतुलन। समय रहते डॉक्टर से सलाह लें और सही उपचार लें। अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करके इस समस्या से बचा जा सकता है।