Justin Trudeau resignation : कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, और उनके इस्तीफे के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं, जिसमें अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी का भी एक अहम कारण बताया जा रहा है।
ट्रंप का लगातार ट्रोलिंग और धमकियां
जस्टिन ट्रूडो को ट्रंप द्वारा लगातार ट्रोल किया जा रहा था। ट्रंप ने उन्हें कभी कनाडा का गवर्नर कहा, तो कभी 25% टैरिफ लगाने की धमकी दी। इन बयानों से कनाडा में स्थिति और भी बिगड़ गई। इसके अलावा, ट्रंप ने जस्टिन ट्रूडो को कभी भी एक राष्ट्र के नेता के रूप में सम्मान नहीं दिया। उन्होंने उन्हें बार बार अमेरिकी राज्य का गवर्नर बताया।
ट्रंप ने इस्तीफे का श्रेय लिया
जैसे ही ट्रूडो ने इस्तीफा दिया, ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की बात कही। उनका कहना था कि अब कनाडा की अर्थव्यवस्था को अमेरिका की मदद की जरूरत है, और ट्रूडो ने यह समझते हुए इस्तीफा दे दिया। ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर कनाडा अमेरिका का हिस्सा बनता है, तो टैक्स कम हो जाएगा और देश की सुरक्षा बढ़ जाएगी।
क्या सच में ट्रंप का दबाव था मुख्य कारण
जैसे ही ट्रंप सत्ता में वापस आए, ट्रूडो ने उनके सामने अपनी कमजोरी दिखा दी। ट्रंप ने कनाडा के बारे में बार बार अपमानजनक बातें कही, लेकिन ट्रूडो ने कभी इस पर कड़ा विरोध नहीं किया। इस बात को लेकर उनकी पार्टी में भी असंतोष था। इसके बाद कई मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया, और सबसे बड़ा झटका तब लगा जब उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने इस्तीफा दे दिया।
कनाडा की अर्थव्यवस्था और राजनीतिक संकट
कनाडा की अर्थव्यवस्था इस समय कठिनाई में है, महंगाई और बेरोजगारी दर लगातार बढ़ रही है। ट्रूडो के लिए यह एक मुश्किल समय था क्योंकि कंजरवेटिव पार्टी इस मुद्दे को उठाकर उन्हें घेरने में सफल रही। लोग चाहते थे कि कोई मजबूत नेता ट्रंप के साथ इस समस्या का समाधान निकाले, लेकिन ट्रूडो इस मामले में कमजोर नजर आए।
ट्रूडो का इस्तीफा और भविष्य
जस्टिन ट्रूडो ने इस्तीफे के बाद कहा कि कनाडा को अब एक नए और मजबूत नेता की आवश्यकता है, जो पार्टी की आंतरिक समस्याओं का समाधान कर सके और आगामी चुनावों के लिए एक वास्तविक विकल्प प्रस्तुत कर सके। उन्होंने कहा कि यह समय नया नेतृत्व लाने का है, और वह इस प्रक्रिया को देख रहे हैं।