Cricket News : ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम को 3-1 से हराकर ट्रॉफी जीत ली। ये हार खास थी क्योंकि भारत ने पिछले 10 सालों में पहली बार यह ट्रॉफी गंवाई। हार के साथ ही टीम में अंदरूनी मतभेद की खबरें भी सामने आईं। हालांकि, भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप ने इन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया।
आकाश दीप का कहना है कि ड्रेसिंग रूम का माहौल पूरी तरह से ठीक था। उन्होंने कहा, हमेशा मैदान पर प्रदर्शन करने पर फोकस रहता है। ऐसी बाहरी चीजें खिलाड़ियों को परेशान नहीं करतीं। टेस्ट क्रिकेट में हर पल पर ध्यान देना जरूरी होता है। अगर थोड़ा भी ध्यान भटका, तो पूरा मैच हाथ से निकल सकता है।
ड्रेसिंग रूम का माहौल
मेलबर्न के बॉक्सिंग डे टेस्ट में 184 रन की हार के बाद टीम में तनाव की खबरें आईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य कोच गौतम गंभीर ने ड्रेसिंग रूम में कहा था, बहुत हो गया, और माहौल को लेकर असंतोष जताया था। लेकिन आकाश ने इन रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए कहा कि खिलाड़ियों का ध्यान हमेशा खेल पर रहता है।
बीजीटी पर आकाश का नजरिया
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज को क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतियोगिताओं में गिना जाता है। दोनों टीमों के बीच मैदान पर अक्सर कड़ी टक्कर देखने को मिलती है। इस सीरीज पर बात करते हुए आकाश दीप ने कहा, यह मेरे लिए अब तक की सबसे बड़ी सीख थी। टेस्ट क्रिकेट का यह स्तर दुनिया में सबसे ऊंचा है। ऐसा लग रहा था जैसे टी20 की गति वाला टेस्ट मैच खेल रहे हों। पांच दिन कब गुजर गए, पता ही नहीं चला।
घरेलू क्रिकेट और सुधार की जरूरत
भारत की हार के बाद टीम प्रबंधन ने खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में भाग लेने की सख्त हिदायत दी। ऋषभ पंत और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों ने रणजी ट्रॉफी में खेलने की पुष्टि की है। इस पर आकाश ने कहा, जब रोहित, विराट और पंत जैसे बड़े खिलाड़ी घरेलू मैच खेलते हैं, तो यह खेल के स्तर को ऊपर ले जाता है। इससे युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती है और प्रतिस्पर्धा बढ़ती है