Donald Trump oath: डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर आज शपथ लेने जा रहे हैं और पहले ही दिन बड़े बदलावों की तैयारी कर चुके हैं। ट्रंप ने वादा किया था कि उनके कार्यकाल का पहला दिन ऐतिहासिक होगा। इस दौरान वे 100 फाइलों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिनमें अधिकतर उनके चुनावी वादे शामिल हैं। शपथ के बाद ट्रंप व्हाइट हाउस पहुंचते ही कार्यकारी आदेश जारी करेंगे। इनमें देश की दक्षिणी सीमा को सील करना, अवैध प्रवासियों को निकालना और महिलाओं की खेल प्रतिस्पर्धाओं में ट्रांसजेंडर्स की भागीदारी रोकना शामिल है। साथ ही वे 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल हमले के दोषियों को माफी देने का फैसला भी ले सकते हैं।
बाइडेन के फैसलों को पलटने की तैयारी
Donald Trump की कार्यकारी योजनाओं में जो फाइलें शामिल हैं, उनमें कई बाइडेन प्रशासन के निर्णयों को पलटने की कोशिशें होंगी। इनमें पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट से अमेरिका को अलग करना, जीवाश्म ईंधन पर प्रतिबंध हटाना और तेल की ड्रिलिंग बढ़ाने जैसे कदम शामिल हैं। ट्रंप के एक करीबी सहयोगी स्टीफन मिलर ने बताया कि ये सभी आदेश राष्ट्रपति द्वारा एकतरफा लिए जाएंगे, जिन्हें संसद की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती। हालांकि, इन फैसलों को अदालत में चुनौती दी जा सकती है।
डिपोर्टेशन प्रोग्राम बनेगा प्राथमिकता
Donald Trump की नीतियों में इमिग्रेशन का मुद्दा हमेशा प्रमुख रहा है। 2016 में राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने मेक्सिको सीमा पर दीवार का निर्माण करवाया था। इस बार वे इतिहास का सबसे बड़ा एंटी-इमिग्रेंट प्रोग्राम शुरू करने की योजना बना रहे हैं। इसके तहत लाखों अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट करने की तैयारी की जाएगी। ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान साफ कहा था कि वे अमेरिका की सीमाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे और अवैध तरीके से रह रहे प्रवासियों को निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
जैक स्मिथ पर गिर सकती है गाज
Donald Trump अमेरिका के ऐसे पहले राष्ट्रपति होंगे जो आपराधिक मामलों में दोषी ठहराए जाने के बावजूद फिर से चुने गए हैं। लेकिन व्हाइट हाउस पहुंचने के बाद न्याय विभाग की पॉलिसी के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई पर रोक लग सकती है। ट्रंप ने पहले ही संकेत दिया है कि वे स्पेशल काउंसिल जैक स्मिथ को बर्खास्त कर देंगे। स्मिथ ने ट्रंप के खिलाफ क्लासीफाइड दस्तावेज और चुनावी गड़बड़ी के मामलों को दर्ज कराया था।
क्या ‘तानाशाह’ बनेंगे ट्रंप?
अपने प्रचार के दौरान ट्रंप ने कहा था कि वे शपथ लेने के पहले दिन “एक दिन के तानाशाह” बनकर कई फैसले लेंगे। उनका मोटो रहेगा- देश की सेवा करना और इसके लिए किसी भी कदम से पीछे न हटना। हालांकि, उनके इस रवैये को लेकर अमेरिकी राजनीति में अलग-अलग राय है। कई लोगों का मानना है कि ट्रंप के फैसले देश में नई बहस को जन्म देंगे।
ट्रंप का शपथ ग्रहण न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया की नजरों में है। उनका हर कदम अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा सकता है।