Baby clothes drying at night : सर्दी और बारिश के मौसम में गीले कपड़े सुखाना सबसे बड़ी परेशानी बन जाती है। कई बार हमें रातभर कपड़े बाहर डालने पड़ते हैं। लेकिन अगर हम इन्हें लाना भूल जाएं, तो कपड़े वैसे ही बाहर पड़े रहते हैं। खासकर छोटे बच्चों के कपड़े रात में बाहर सुखाने की मनाही क्यों होती है। क्या यह सिर्फ अंधविश्वास है, या इसके पीछे कोई ठोस वजह है? चलिए, इसे आसान भाषा में समझते हैं।
धार्मिक और वैज्ञानिक वजहें
बड़े-बुजुर्ग अकसर छोटे बच्चों के कपड़े रात में बाहर सुखाने से मना करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, रात में नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा होती है। यह ऊर्जा बच्चों के कपड़ों के जरिए उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है। हालांकि, इसके पीछे विज्ञान भी है, जो इस बात को और साफ करता है।
नमी से बढ़ता है बैक्टीरिया
रात में ओस गिरने की वजह से कपड़े सूखने के बजाय गीले हो जाते हैं। इस नमी में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस जल्दी पनपते हैं। गीले कपड़ों पर मच्छर और कीट भी बैठते हैं, जो गंदगी या अंडे छोड़ देते हैं। इसका असर बच्चों की नाजुक त्वचा पर पड़ सकता है। इससे उन्हें त्वचा एलर्जी या अन्य स्किन प्रॉब्लम हो सकती हैं।
साफ और सूखे कपड़े क्यों जरूरी हैं?
कपड़े सही से सुखाने के लिए सूरज की रोशनी और सूखा वातावरण सबसे जरूरी हैं। दिन में कपड़े सुखाने पर धूप से बैक्टीरिया और वायरस खत्म हो जाते हैं। लेकिन रात में कपड़े गीले रह सकते हैं या नमी की वजह से खराब हो सकते हैं। इसके अलावा, रात में अचानक मौसम खराब हो जाए, तो कपड़ों में धूल-मिट्टी या बारिश का पानी लग सकता है।
बच्चों की सेहत का रखें ध्यान
छोटे बच्चों का शरीर कमजोर होता है, और उनका इम्यून सिस्टम पूरी तरह से मजबूत नहीं होता। इसलिए उनके कपड़ों को हमेशा साफ, सूखा और बैक्टीरिया से मुक्त रखना चाहिए। कोशिश करें कि बच्चों के कपड़े दिन में ही धोकर सुखा लें।