यूपी एसटीएफ (UP STF) की टीम ने हाल ही में शामली में 1 लाख रुपये के इनामी अपराधी अरशद और उसके तीन साथियों का एनकाउंटर किया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में इंस्पेक्टर सुनील कुमार घायल हो गए थे जिनका गुरुग्राम के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। आज इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इंस्पेक्टर सुनील कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया है। गौरतलब है कि सुनील कुमार एनकाउंटर करने वाली टीम का हिस्सा थे। वह साल 2009 में एसटीएफ में शामिल हुए थे और अपनी सेवा के दौरान कई विशिष्ट सम्मान प्राप्त कर चुके थे।
कौन थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार?
इंस्पेक्टर सुनील कुमार का जन्म 1971 में मेरठ में हुआ था। उन्होंने 1990 में यूपी पुलिस सेवा में कदम रखा। सुनील कुमार आरक्षी प्लाटून कमांडर के रूप में अपनी सेवा शुरू करने के बाद दलनायक के पद तक पहुंचे। उन्होंने लंबे समय तक पीएसी में भी अपनी सेवाएं दीं। 1997 में उन्होंने हरियाणा के मानेसर से कमांडो कोर्स की ट्रेनिंग ली और 2009 में यूपी एसटीएफ में शामिल हुए। अपनी विशिष्ट सेवाओं के लिए उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया जो उनकी उत्कृष्टता और समर्पण को दर्शाता है।
यह भी पढ़े: हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं… 26 जनवरी से यूपी के इस शहर में नियम तोड़ने पर कटेगा चालान
कई पुरस्कारों से हुए है सम्मानित
इंस्पेक्टर सुनील कुमार (UP STF) को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें 2015 में सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह, 2022 में उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह और 2024 में अति उत्कृष्ट सेवा पदक और प्रशंसा चिन्ह (रजत) प्रदान किया गया। इंस्पेक्टर सुनील कुमार कई महत्वपूर्ण एनकाउंटर्स का हिस्सा रहे।
2008 में फतेहपुर जिले में इनामी बदमाश ओमप्रकाश केवट के साथ हुई मुठभेड़ में वह यूपी पुलिस की टीम का हिस्सा थे। इसके अलावा उसी वर्ष 5 लाख रुपये के इनामी बदमाश अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया के एनकाउंटर में उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही। उनकी बहादुरी और कुशलता ने उन्हें एक निडर और सक्षम अधिकारी के रूप में पहचान दिलाई।