नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। दोनों एक-दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत करते थे। दोनों का प्यार सबसे जुदा था। दोनों को यकीन था कि जल्द ही शादी करेंगे और हनीमुन मनाने लिए विदेश जाएंगे। पर प्रियसी एकाएक विलेन बन गई और एक ज्योतिषी की भविष्यवाणी से डरकर उसने अपने बॉयफ्रेंड को आयुर्वेदिक पेय पदार्थ में जहर देकर मार डाला। आरोपी युवती ने अपने मजनू को मौत देने के लिए रिसर्च किए। प्रेमी को ज्यादा दर्द न हो और पुलिस की गिरफ्त में न आए। इसके लिए उसने गूगल पर हजारों तरीके देखे। जब बेवफा युवती को यकीन हो गया कि इस तरीके से वह पकड़ी नहीं जाएगी और प्रेमी को भी ज्यादा दर्द नहीं होगा तो उसने प्लान बनाया। फिर अपने मामा के साथ मिलकर खौफनाक साजिश रच डाली। ये कहानी केरल के तिरुवनंतपुरम में शेरन मर्डर केस की है, जिसमें कोर्ट ने आरोपी युवती को प्रेमी के कत्ल में फांसी का सजा सुनाई है।
क्या है पूरा मामला
मामला केरल का है। यहां ग्रीष्मा नाम की 23 बरस की लड़की पीजी की स्टूडेंट थी। जबकि शेरोन स्नातक की पढ़ाई कर रहा था। ग्रीष्मा और शेरोन की मुलाकात कन्याकुमारी में एक निजी कॉलेज में हुई थी। दोनों के बीच दोस्ती हुई जो बाद में प्यार में तब्दील हो गई। दोनों के बीच आपसी रजामंदी से संबंध भी बने। दोनों हंसी-खुशी एक दूसरे के साथ करीब एक साल तक संबंध में रहे। लेकिन ग्रीष्मा के परिवार ने उसकी दूसरी जगह शादी पक्की कर दी। शादी पक्की होने के बाद ग्रीष्मा शेरोन से छुटकारा चाहती थी। प्रेमिका ने शेरोन से इसके लिए उसने बात भी की। पर शेरोन ने ग्रीष्मा से रिश्ता खत्म करने से साफ इनकार कर दिया। जिसके बाद ग्रीष्मा ने प्रेमी को मारने का प्लान बनाना शुरू कर दिया।
ज्योतिषी के कारण बनाई दूरी
ग्रीष्मा के परिवार में ज्योतिषी ने भविष्यवाणी की थी कि उसके पहले पति की मौत हो जाएगी। इस वजह से भी ग्रीष्मा बहुत डर गई थी। ग्रीष्मा नहीं चाहती थी कि शेरोन उसका पहला पति बने। इसी के कारण उसने प्रेमी से अलग होने का प्रण किया। ग्रीष्मा को ये भी डर सता रहा था कि अगर उसने शेरोन से रिश्ता खत्म किया और दूसरी शादी कर ली तो हो सकता है कि शेरोन उसके आपत्तिजनक फोटोज को उसके पति को भेज दे। इससे भी उसकी शादी पर खतरा हो सकता था। ग्रीष्मा ने शेरोन से मिली और लव स्टोरी को खत्म करने की बात कही। लेकिन शेरोन नहीं माना। वह हर हाल में ग्रीष्मा से शादी करने पर अड़ा था। ग्रीष्मा ने उसे बहुत समझाया, लेकिन शेरोन नहीं माना।
प्रेमिका ने पिला दिया जहर
शेरोन के नहीं मानने पर ग्रीष्मा ने एक खौफनाक प्लान बनाया। ग्रीष्मा ने 14 अक्तूबर 2022 को शेरोन को घर बुलाया और उसने आयुर्वेदिक दवा के साथ उसे हर्बिसाइड मिलाकर पिला दिया। शेरोन को दवा बहुत कड़वी लगी लेकिन उसने इसे पी लिया। इसके बाद शेरोन घर चला गया। जहां उसकी तबीयत बिगड़ गई। तबीयत बिगड़ने के बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। डॉक्टर्स ने जब जांच की तो पता चला कि उससे कई ऑर्गन फेल हो गए हैं। 11 दिन तक इलाज के बाद शेरोन की दर्दनाक मौत हो गई थी। 25 अक्तूबर को शेरोन की मौत होने के बाद परिजनों ने पुलिस से ग्रीष्मा को लेकर शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और 31 अक्तूबर को ग्रीष्मा को गिरफ्तार कर लिया था। करीब एक साल बाद सितंबर 2023 में ग्रीष्मा को जमानत मिली थी। हालांकि पुलिस की तहकीकात इतनी सटीक थी कि ग्रीष्मा का शातिर प्लान भी सामने आ गया।
कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा
नेय्याट्टिनकरा एडिशनल डिस्ट्रिक्ट सेशन कोर्ट में शेरोन हत्याकांड की सुनवाई चलती रही। करीब दो साल बाद कोर्ट में जज एएम बशीर ने फैसला सुनाते हुए पूरे मामले को रियरेस्ट ऑफ द रेयर की कैटगरी में रखा और ग्रीष्मा को फांसी की सजा सुनाई है। ग्रीष्मा को कोर्ट ने 2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। हालांकि, ग्रीष्मा ने मामले में बचने के लिए अपने एजुकेशनल अचीवमेंट्स दिखाए, नौ क्रिमिनल हिस्ट्री का हवाला दिया लेकिन कोर्ट ने इसे हीनियस क्राइम की कैटेगरी में रखा। कोर्ट ने पाया कि ग्रीष्मा ने योजनाबद्ध तरीके से इस हत्याकांड को अंजाम दिया है। इसलिए कोर्ट ने ग्रीष्मा को किसी तरह की सजा में नरमी नहीं बरती और फांसी की सजा सुनाई।
एक बयान के चलते सलाखों के पीछे पहुंची प्रेमिका
ग्रीष्मा ने शेरोन की हत्या की ऐसी इबारत लिख डाली कि जिसने भी सुना उसे खौफनाक कहानी पर यकीन ही नहीं हुआ। हत्या का कोई गवाह भी पीछे नहीं छूटा। मौत भी शुरुआत में प्राकृतिक दिखाई दे रही थी। लेकिन, मरने से पहले शेरन ने अपने दोस्त को बताया कि उसे उसकी गर्लफ्रेंड जिसका नाम ग्रीष्मा एसएस है उसने जहर दिया है। सिर्फ एक बयान से शुरू हुई तहकीकात ने आखिरकार ग्रीष्मा को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था। आरोपी लड़की ने प्रेमी को मारने के लिए गुगल का सहारा लिया। मर्डर के तरीके खोजे। आखिर में उसने दवा के जरिए मारने की प्लान बनाया। फिर मामा के साथ मिलकर प्रेमी को तड़पा-तड़पा कर मौत के घाट उतार दिया।