Delhi News: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार झेलनी पड़ी, जिसके बाद पार्टी में हलचल मच गई है। इस हार के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और वहां के विधायकों के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक में पार्टी की आगे की रणनीति, चुनावी हार की समीक्षा और पंजाब में सरकार की स्थिति पर चर्चा हुई।
चुनावी हार के बाद AAP में हलचल
दिल्ली चुनाव में मिली हार के बाद AAP के अंदर गहरी चिंता है। पंजाब के 70 से ज्यादा विधायक और मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली में केजरीवाल से मिलने पहुंचे। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब विपक्ष आम आदमी पार्टी की सरकार पर हमले कर रहा है।इस बैठक का मकसद पार्टी की स्थिति को मजबूत करना और संभावित अस्थिरता से निपटने के उपायों पर चर्चा करना था। AAP नेताओं का मानना है कि दिल्ली की हार का असर पंजाब में पार्टी की छवि पर पड़ सकता है, इसलिए तुरंत ठोस कदम उठाने जरूरी हैं।
बैठक के मुद्दे और आगे की रणनीति
बैठक में सबसे पहले चुनावी हार के कारणों पर चर्चा हुई। नेताओं ने माना कि दिल्ली में भाजपा की रणनीति से वे पीछे रह गए। इसके बाद पंजाब सरकार की स्थिरता को लेकर बातचीत हुई, क्योंकि विपक्षी दलों का दावा है कि राज्य में AAP की सरकार गिर सकती है।
विपक्ष के हमले और AAP की सफाई
बैठक से पहले ही विपक्ष ने AAP पर कई हमले किए। भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल अब पंजाब का मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कर रहे हैं और भगवंत मान को कमजोर कर रहे हैं।AAP ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि पंजाब सरकार पूरी मजबूती से चल रही है। पार्टी के मुताबिक, यह बैठक केवल संगठन को मजबूत करने और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करने के लिए की गई थी।
भविष्य की योजनाएं
बैठक के अंत में तय किया गया कि AAP पंजाब में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए कई कदम उठाएगी। इसमें पार्टी कार्यकर्ताओं को और सक्रिय करना, जनता के बीच जाकर संवाद बढ़ाना और सरकार की नीतियों को बेहतर ढंग से पेश करना शामिल होगा।