UP News: लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 के पास होने के बाद उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान हाई अलर्ट घोषित किया गया है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों को तैनात किया गया है। मस्जिदों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है ताकि वक्फ बिल को लेकर किसी भी तरह की तनावपूर्ण स्थिति से बचा जा सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले से ही इसकी तैयारी कर ली थी और गुरुवार को भी पुलिस ने कई शहरों में फ्लैग मार्च कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
लखनऊ को छावनी में तब्दील, ड्रोन से निगरानी
राजधानी लखनऊ में जुमे की नमाज को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। लखनऊ को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और संवेदनशील स्थानों पर अर्धसैनिक बलों के साथ पुलिस की भारी तैनाती की गई है। टीले वाली मस्जिद, बड़ा इमामबाड़ा, ऐशबाग ईदगाह, बिल्लौचपुरा, मदेयगंज मसालची टोला, बुलाकी अड्डा समेत 61 हॉटस्पॉट्स पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। नमाज के दौरान ड्रोन से निगरानी की जाएगी और आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। पुलिस को आशंका है कि नमाज के बाद कुछ स्थानों पर वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं जिसके चलते सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट पर रखा गया है।
मेरठ, संभल समेत कई जिलों में कड़ी सुरक्षा
मेरठ (UP News) में जुमे की नमाज को लेकर जिले को चार जोन और 32 सेक्टरों में बांटा गया है। प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़े इंतजाम किए हैं कि किसी तरह का जुलूस न निकले। मुस्लिम मौलानाओं ने भी संगठनों से किसी तरह का प्रदर्शन न करने की अपील की है। शामली में भी पुलिस हाई अलर्ट पर है और जिले को चार जोन और 15 सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। सभी सीओ और थानेदारों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
बलरामपुर (UP News) में जुमे की नमाज के लिए 806 मस्जिदों के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लखीमपुर में भी मस्जिदों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे। संभल में प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई कोताही नहीं बरती है और सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनात की गई है। संभल, रामपुर, फिरोजाबाद और लखनऊ समेत पूरे यूपी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
माहौल खराब करने वालों पर सख्त कार्रवाई
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अगर कोई माहौल खराब करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। खुफिया विभाग पल-पल की अपडेट ले रहा है और सभी संवेदनशील इलाकों में निगरानी कर रहा है। सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि अफवाहों और भड़काऊ सामग्री को रोका जा सके। सर्विलांस टीमें और साइबर सेल को भी सक्रिय किया गया है। मिश्रित आबादी वाले इलाकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और सीसीटीवी कैमरों के साथ ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
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पुलिस का फ्लैग मार्च.. शांति की अपील
गुरुवार को पुलिस और प्रशासन ने मुस्लिम बाहुल इलाकों में फ्लैग मार्च किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। बुधवार और गुरुवार को भी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस ने मार्च किया था ताकि किसी भी तरह की अशांति को रोका जा सके। प्रशासन ने मुस्लिम समुदाय के नेताओं और मौलानाओं से भी संपर्क साधा है ताकि नमाज के दौरान और बाद में माहौल शांतिपूर्ण रहे।
योगी सरकार की पुख्ता तैयारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वक्फ संशोधन बिल के संसद में पास होने के बाद किसी भी तरह की तनावपूर्ण स्थिति से बचने के लिए पहले से ही तैयारी कर ली थी। उनके निर्देश पर पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। प्रशासन का कहना है कि किसी भी तरह की अशांति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
संवेदनशील माहौल के बीच पहला जुमा
वक्फ संशोधन बिल (UP News) को लेकर मुस्लिम समुदाय के एक वर्ग में नाराजगी देखी जा रही है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बिल के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन की अपील की थी जिसके चलते प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान मस्जिदों में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है और प्रशासन किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पूरी तरह तैयार है। यूपी में वक्फ बिल के बाद पहला जुमा संवेदनशील माहौल के बीच संपन्न होने जा रहा है। प्रशासन और पुलिस की कोशिश है कि नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो और प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनी रहे।