Fatehpur murder: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। हथगाम थाना क्षेत्र के तहिरापुर चौराहे पर किसान नेता पप्पू सिंह, उनके बेटे अभय सिंह और छोटे भाई रिंकू सिंह की सरेआम गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इस निर्मम हत्याकांड का आरोप गांव के ही पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह और उनके साथियों पर लगा है। घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। शवों को उठाने गई Fatehpur पुलिस को ग्रामीणों ने रोक दिया और जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, शव न उठाने देने की चेतावनी दी। घटना के बाद तीन थानों की पुलिस, सीओ और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची है।
वर्चस्व की जंग में तीन की हत्या
किसान नेता पिता-पुत्र और भाई को गोली मारकर हत्या
मृतक किसान नेता पप्पू सिंह, उनके बेटे अभय सिंह और भाई रिंकू सिंह की हत्या
पूर्व ग्राम प्रधान ने बेटे के साथ मिलकर दिया वारदात को अंजाम
पुलिस बल मौके पर मौजूद, जांच-पड़ताल में जुटी… pic.twitter.com/q2P4mRfatK
— News1India (@News1IndiaTweet) April 8, 2025
गांव के बीचोंबीच मचा कोहराम
घटना मंगलवार सुबह की है जब किसान नेता पप्पू सिंह अपने गांव तहिरापुर जा रहे थे। इसी दौरान पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह का बेटा पीयूष सिंह ट्रैक्टर लेकर सामने से आ रहा था। रास्ते को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई जो देखते ही देखते हिंसा में बदल गई। पप्पू सिंह के परिजन बताते हैं कि जैसे ही विवाद बढ़ा, पीयूष ने अपने पिता और अन्य साथियों को बुला लिया। इधर पप्पू सिंह के रिश्तेदार विनोद सिंह ने फोन कर पप्पू के बेटे अभय सिंह को मौके पर बुलाया। कुछ ही देर में गोलीबारी शुरू हो गई जिसमें पप्पू सिंह, अभय सिंह और उनके छोटे भाई रिंकू सिंह की जान चली गई।
गांव में भारी पुलिस बल तैनात, लोग नाराज़
घटना की सूचना मिलते ही हथगाम पुलिस Fatehpur के साथ-साथ दो अन्य थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। लेकिन गांववालों ने शवों को उठाने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, वे शव नहीं उठाने देंगे। स्थिति को देखते हुए सीओ और एसओ खुद मौके पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम ने जांच शुरू की। बावजूद इसके ग्रामीणों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा।
मांग: आरोपियों के घर पर चले बुलडोजर
मृतक किसान नेता पप्पू सिंह, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) से जुड़े थे और गांव की वर्तमान प्रधान रामदुलारी सिंह की संतान थे। घटना के बाद उनके परिवार ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने, उनके घर पर बुलडोजर चलाने और फांसी की सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा, वे शांत नहीं बैठेंगे।
इस वारदात ने न केवल स्थानीय बल्कि जिलेभर में सनसनी फैला दी है। कई किसान संगठनों और राजनीतिक दलों ने इस घटना की निंदा की है और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। अब देखना होगा कि Fatehpur पुलिस कितनी तेजी से आरोपियों को गिरफ्तार कर इस मामले में न्याय दिला पाती है।