Lucknow News: लखनऊ के बख्शी का तालाब क्षेत्र में शनिवार को उस वक्त हालात बेकाबू हो गए जब प्रशासन ने मवई खातरी गांव में डॉ. भीमराव अंबेडकर की एक बिना अनुमति लगी प्रतिमा को हटाने की कोशिश की। इस कार्रवाई के विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे महिला थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। गांव में तनाव का माहौल है और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन इसे कानून व्यवस्था का मामला बता रहा है, जबकि ग्रामीण इसे आस्था का सवाल मान रहे हैं।
प्रतिमा स्थापना बना टकराव का कारण
Lucknow घटना की शुरुआत उस समय हुई जब ग्राम प्रधान के इशारे पर ग्रामीणों ने गांव के सार्वजनिक स्थल पर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी। बताया गया कि यह प्रतिमा तीन दिन पहले बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के लगाई गई थी। जैसे ही इसकी जानकारी अधिकारियों को मिली, प्रशासन ने इसे हटाने का निर्णय लिया। शनिवार को जब टीम प्रतिमा हटाने पहुंची तो पहले से एकत्रित ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं की भीड़ ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे माहौल गरम हो गया।
लखनऊ में अंबेडकर की प्रतिमा रखने को लेकर बवा: पथराव में महिला थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मी घायल, मवई खातरी गांव में PAC तैनात https://t.co/0miPc0bugZ pic.twitter.com/Arch6B2kFa
— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) April 12, 2025
पथराव में पुलिसकर्मी घायल, कई ग्रामीण भी जख्मी
जैसे ही Lucknow पुलिस बल ने प्रतिमा हटाने की प्रक्रिया शुरू की, भीड़ ने अचानक पथराव कर दिया। इस हमले में बख्शी का तालाब थाना प्रभारी शेष मणि मिश्रा, महिगंवा थाने के दारोगा रामेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल जय प्रकाश व लाल मोहम्मद घायल हो गए। वहीं, पथराव और लाठीचार्ज के दौरान सावित्री, पूजा, कोमल और रूबी नामक ग्रामीण महिलाएं भी चोटिल हुईं। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा गया है।
कानून व्यवस्था बनाए रखने को पुलिस सख्त
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। मौके पर भारी संख्या में पीएसी और अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया गया। उपजिलाधिकारी सतीश चंद्र त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि सरकारी भूमि पर बिना अनुमति प्रतिमा लगाना कानूनन गलत है और ऐसी कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि यह उनकी श्रद्धा का प्रतीक है और इसे हटाना उनका अपमान है।
स्थिति अब भी तनावपूर्ण, वार्ता की कोशिश
गांव में अब भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और अफसर लगातार ग्रामीणों से संवाद बनाकर शांति की अपील कर रहे हैं। प्रशासन और ग्रामीणों के बीच बातचीत की कोशिशें जारी हैं, ताकि कोई सौहार्दपूर्ण समाधान निकल सके। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन तनाव बना हुआ है।