Entertainment News : टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाने वाली एकता कपूर ने हाल ही में एक पुराना और दिलचस्प किस्सा शेयर किया, जो उनकी सुपरहिट फिल्म द डर्टी पिक्चर से जुड़ा हुआ है। ये फिल्म साल 2011 में रिलीज़ हुई थी और इसमें विद्या बालन ने शानदार काम किया था। लेकिन इस फिल्म के बनने से पहले एकता कपूर के सामने कई बड़ी चुनौतियां थीं।
बजट की टेंशन, लेकिन नहीं मानी हार
एकता ने बताया कि जब उन्होंने द डर्टी पिक्चर बनाने का सोचा, तो उस वक्त इसका खर्च उनके बजट से करीब 10-12 करोड़ रुपये ज़्यादा बैठ रहा था। किसी भी प्रोड्यूसर के लिए ये बड़ी बात होती है, खासकर जब फिल्म का कॉन्सेप्ट थोड़ा हटकर हो। लेकिन एकता ने हार नहीं मानी। उन्होंने खर्चों को समझदारी से संभालते हुए फिल्म पर काम शुरू किया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पता था कि कहानी में दम है, लेकिन फिर भी उन्हें बजट का पूरा ख्याल रखना था ताकि किसी इन्वेस्टर को नुकसान न हो।
असली कहानी नहीं खरीद पाए, बनाया नया किरदार
फिल्म एक बोल्ड महिला कलाकार की ज़िंदगी पर आधारित थी, जो इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थी। पहले प्लान था कि फिल्म एक असली एक्ट्रेस की बायोपिक हो, लेकिन उनके परिवार से इजाजत नहीं मिली। ऐसे में उन्होंने एक नया किरदार तैयार किया जो उस दौर की महिला कलाकारों से प्रेरित था। एकता ने बताया कि ये फिल्म उनके करियर की सबसे ज्यादा कमाई देने वाली फिल्मों में से एक बनी। उन्होंने इसे अपनी “बेस्ट रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट” वाली फिल्म बताया।
विद्या बालन और उनके पैरेंट्स का रिएक्शन
इस फिल्म में विद्या बालन का किरदार बहुत ही बोल्ड था। कई सीन ऐसे थे जिन पर किसी भी एक्ट्रेस को हिचकिचाहट हो सकती थी। खुद विद्या बालन को इस बात की चिंता थी कि उनके मम्मी-पापा फिल्म देखकर क्या कहेंगे। लेकिन जब उनके पेरेंट्स ने फिल्म देखी, तो उन्होंने विद्या के काम की खूब तारीफ की। विद्या के पिता ने तालियां बजाईं और कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। वहीं मां भावुक हो गईं लेकिन उन्होंने कहा कि विद्या कहीं भी वल्गर नहीं लगीं।
एकता का रिस्क बना सफलता की मिसाल
एकता कपूर ने जो जोखिम लिया, वो रंग लाया। फिल्म न सिर्फ हिट हुई, बल्कि इसने समाज में महिलाओं के रोल पर भी चर्चा छेड़ी। विद्या बालन को इस फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला। इस फिल्म ने दिखा दिया कि अगर कंटेंट अच्छा हो, तो दर्शक उसे जरूर सराहते हैं।