Pahalgam terror attack Live: जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर देश को झकझोर दिया है। यह हमला दोपहर करीब 2:30 बजे बैसरन घाटी में उस वक्त हुआ, जब बड़ी संख्या में पर्यटक घुड़सवारी कर रहे थे। नकाबपोश आतंकियों ने अचानक अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे पूरे इलाके में भगदड़ मच गई। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने ली है।
भ्रम और हकीकत के बीच मौत का आंकड़ा
हमले के बाद से मृतकों की संख्या को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, एक व्यक्ति की मौत और 12 लोग घायल हुए हैं, जिनमें चार की हालत नाजुक है। वहीं, अनौपचारिक स्रोतों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कुछ यूजर्स ने दावा किया कि मरने वालों की संख्या 24 से 30 के बीच हो सकती है। India Today की एक रिपोर्ट में NIA सूत्रों के हवाले से 20 से अधिक मौतों की आशंका जताई गई है।
हालांकि, अभी तक सरकार ने किसी भी अनौपचारिक आंकड़े की पुष्टि नहीं की है और सुरक्षा एजेंसियां सटीक जानकारी जुटाने में लगी हैं। घायलों को श्रीनगर के प्रमुख अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो इस समय सऊदी अरब के आधिकारिक दौरे पर हैं, ने गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली। शाह को निर्देश दिए गए कि वे स्वयं हालात का जायजा लें और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद सुनिश्चित करें। अमित शाह ने तुरंत दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई और बाद में श्रीनगर के लिए रवाना हो गए। इस बैठक में गृह सचिव, खुफिया एजेंसियों के प्रमुख और सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और स्थानीय समर्थन
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह कायराना हरकत है और सरकार आतंकवाद के सामने झुकेगी नहीं। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी हमले को अमानवीय बताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने इसे पाकिस्तान की सुनियोजित साजिश करार दिया।
सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
Pahalgam घटना के तुरंत बाद भारतीय सेना की विक्टर फोर्स, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। सेना के 15 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे और ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। आतंकियों की तलाश में पहलगाम और आसपास के ऊपरी इलाकों में तलाशी अभियान जारी है।
अमरनाथ यात्रा से पहले बढ़ी चिंता
यह हमला उस वक्त हुआ है जब अमरनाथ यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। विश्लेषकों का मानना है कि इस हमले के पीछे मकसद धार्मिक यात्रियों और पर्यटकों में डर पैदा करना है। केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि यात्रा को किसी भी कीमत पर बाधित नहीं होने दिया जाएगा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
Pahalgam में पर्यटकों पर आतंकी हमला, एक की मौत, छह घायल – इलाके में हाई अलर्ट
🟢 यह समाचार रिपोर्ट लगातार अपडेट की जा रही है। आधिकारिक बयान आने के बाद मृतकों की संख्या को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी। कृपया अनौपचारिक सोशल मीडिया दावों पर भरोसा न करें। ताज़ा जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहें।
मृतक के परिजन से तेजस्वी सूर्या की बात
बेंगलुरु दक्षिण से बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि उन्होंने आतंकवादी हमले में मारे गए मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी और घायल परिवार के अन्य सदस्यों से बात की। सूर्या ने बताया कि स्थानीय प्रशासन ने उनकी सुरक्षा और रहने की व्यवस्था की है और वे कर्नाटक सरकार के साथ समन्वय करके परिवार की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करेंगे।
हमले में शामिल लोगों को मिलनी चाहिए सजा: ममता बनर्जी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मैं अनंतनाग के पहलगाम क्षेत्र में हुए क्रूर आतंकवादी हमले से बहुत दुखी हूं। अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।” उन्होंने आगे लिखा कि यह हिंसात्मक कृत्य पूरी तरह से निंदनीय है और इसमें शामिल लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
पहल्गाम आतंकी हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहल्गाम आतंकी हमले के बाद प्रभावितों की मदद के लिए इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अनुसार, श्रीनगर स्थित कंट्रोल रूम के नंबर हैं: 0194-2457543 और 0194-2483651। साथ ही, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ADC) आदिल फरीद से सीधे संपर्क के लिए उनका मोबाइल नंबर 7006058623 भी उपलब्ध कराया गया है। इन नंबरों के जरिए पीड़ितों और उनके परिजन जानकारी ले सकते हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों से बचें और किसी भी सहायता के लिए इन आधिकारिक नंबरों का उपयोग करें।
“जाओ मोदी को बता देना”: पहलगाम हमले में दर्दनाक मंजर,
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में कर्नाटका से आए पर्यटक मंजूनाथ की बेरहमी से हत्या कर दी गई, जबकि उनकी पत्नी पल्लवी और बेटा किसी तरह बच निकले। पल्लवी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में बताया कि जब उसने आतंकियों से कहा, “मेरे पति को मार दिया, मुझे भी मार दो,” तो आतंकियों ने जवाब दिया, “तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को ये घटना बता देना।” इस मार्मिक घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों की बहादुरी से पल्लवी को बचाया जा सका। सोशल मीडिया पर हमले से कुछ देर पहले पति-पत्नी का आखिरी वीडियो भी वायरल हो रहा है, जो अब एक दर्दनाक याद बन गया है।
उमर अब्दुल्ला, सेना प्रमुख, अमित शाह और इजरायल ने जताई संवेदना, मंजूनाथ की पहचान हुई
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से सक्रियता दिखाई जा रही है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला श्रीनगर से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, उत्तरी सेना के कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार उदमपुर से श्रीनगर की ओर जा रहे हैं, जहां वह स्थानीय फॉर्मेशन कमांडर्स से सुरक्षा स्थिति की जानकारी लेंगे। भारत में इजरायल दूतावास के प्रवक्ता गाइ नीर ने इस हमले पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि इजरायल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुट है।
इस बीच, गृह मंत्री अमित शाह रात 8 बजे श्रीनगर पहुंचेंगे और अस्पताल में घायलों से मिलेंगे। सूत्रों के अनुसार, हमले में 20 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि अब तक एक मौत की आधिकारिक पुष्टि हुई है। मारे गए व्यक्ति की पहचान कर्नाटक के शिमोगा निवासी मंजूनाथ के रूप में हुई है, जिसके बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक आपात बैठक बुलाई है। उधर, अनंतनाग पुलिस ने पर्यटकों के लिए 24×7 आपातकालीन हेल्प डेस्क की स्थापना की है और सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में एंटी टेरर ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
पहलगाम आतंकी हमले में लापता पुणे के युवक की तलाश जारी,
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कई लोग अब भी लापता हैं। पुणे निवासी कौस्तुभ सुधीर गनबोटे उन्हीं में से एक हैं। उनकी पत्नी के अनुसार, हमले के दौरान उन्हें गोली लगी थी और उसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं है। वह बेहद परेशान हैं और अधिकारियों से अनुरोध कर रही हैं कि कौस्तुभ का तत्काल पता लगाया जाए। इस संबंध में @OmarAbdullah, @DCAnantnag और @manojsinha_ से अपील की गई है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाएं।
मंजूनाथ की शहादत और पत्नी पल्लवी की बहादुरी ने देश को झकझोरा
कर्नाटक से आए पर्यटक मंजूनाथ जम्मू-कश्मीर के पहल्गाम आतंकी हमले में शहीद हो गए। उनकी पत्नी पल्लवी ने हमले के बाद बताया कि जब उन्होंने आतंकियों से कहा कि उन्हें भी मार दिया जाए, तो जवाब मिला – “जा मोदी को बता देना।” यह सिर्फ एक आतंकी हमला नहीं, बल्कि भारत को खुली चुनौती थी। इस घटना का एक आखिरी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने पूरे देश को भावुक कर दिया है। मंजूनाथ की कुर्बानी हर भारतीय के दिल में हमेशा जिंदा रहेगी।
💔 जम्मू-कश्मीर के पहलगाम से दिल दहला देने वाली घटना
कपल का दर्दनाक आखिरी वीडियो!
कर्नाटक के मंजूनाथ एक आतंकी हमले में शहीद हो गए। उनकी आखिरी वीडियो सामने आई है — जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
पत्नी पल्लवी ने एक चैनल को बताया:
"मैंने आतंकियों से कहा – मेरे पति को मार… pic.twitter.com/Awi6FCjViJ— Abhishek Anand (@TweetAbhishekA) April 22, 2025
पहलगाम आतंकी हमला: मृतकों की संख्या बढ़कर 26
सूत्रों के अनुसार, पहल्गाम हमले में मरने वालों की संख्या अब 26 हो गई है, जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। आतंकियों की इस कायराना हरकत के विरोध में स्थानीय लोगों ने कैंडल मार्च निकाला, जिससे घाटी में गम और गुस्से का माहौल है। गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच चुके हैं और राजभवन में सुरक्षा अधिकारियों से स्थिति का ब्यौरा ले रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी पहल्गाम के लिए रवाना हो चुके हैं। इजरायल ने भी इस हमले की निंदा की है और भारत के साथ एकजुटता जताई है।