Pahalgam terror attack Live: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को हिला कर रख दिया है। मंगलवार को बैसरन घाटी Pahalgam में हुए इस कायराना हमले में 26 निर्दोष भारतीयों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हैं। इस हमले के बाद देश में आक्रोश फैल गया है और केंद्र सरकार ने सुरक्षा के लिहाज से कई सख्त फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक हुई, जिसमें पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पांच बड़े कदम उठाए गए। इस हमले पर दिल्ली में सर्वदलीय बैठक भी जारी है, जिसमें सरकार और विपक्ष के प्रमुख नेता शामिल हैं।
भारत के पांच कठोर फैसले
Pahalgam आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार ने जो कड़े कदम उठाए हैं, वे स्पष्ट संकेत हैं कि भारत अब इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगा। CCS की बैठक में लिए गए पांच अहम फैसले इस प्रकार हैं:
- सिंधु जल संधि रोकने का फैसला: भारत ने सिंधु जल संधि को फिलहाल स्थगित कर दिया है, जो पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है।
- अटारी-वाघा बॉर्डर बंद: भारत ने पाकिस्तान के साथ अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया है और आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी है।
- पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द: भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
- राजनयिक संबंधों में कटौती: भारत में पाकिस्तानी दूतावास और पाकिस्तान में भारतीय दूतावास बंद करने का फैसला लिया गया है। दोनों देशों के राजनयिकों को 7 दिन में देश छोड़ने का निर्देश।
- नया वीजा जारी नहीं होगा: अगले आदेश तक किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को भारत का वीजा नहीं दिया जाएगा।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और जवाबी फैसले
भारत के इन फैसलों के जवाब में पाकिस्तान ने भी गुरुवार को अपनी नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NSC) की बैठक बुलाई। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई बैठक में पाकिस्तान ने भी कई कड़े कदम उठाए:
- वाघा बॉर्डर बंद करने की घोषणा
- भारतीयों को 30 अप्रैल तक पाकिस्तान छोड़ने का आदेश
- शिमला समझौता और अन्य द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित किया
- भारतीयों के लिए सार्क वीज़ा छूट योजना रोकी गई
- अपने एयरस्पेस और सैन्य छुट्टियों पर रोक
- भारतीय सीमा के पास अतिरिक्त सेना की तैनाती
हमले की जांच और आतंकी पहचान
इंटेलिजेंस एजेंसियों ने पहलगाम आतंकी हमले के संदिग्धों के स्केच जारी कर दिए हैं। इन आतंकियों में आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा के नाम सामने आए हैं। हमले का मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद बताया जा रहा है, जो फिलहाल पाकिस्तान में है। प्रारंभिक जांच में हमले में 5 आतंकियों की संलिप्तता सामने आई है, जिनमें से दो स्थानीय और तीन पाकिस्तानी हैं।
सर्वदलीय बैठक में हो रहा मंथन
दिल्ली में चल रही सर्वदलीय बैठक में सभी प्रमुख दलों के नेता मौजूद हैं। विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने इस हमले की निंदा करते हुए सरकार से एकजुट होकर जवाब देने की मांग की है। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा, कूटनीतिक विकल्प और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा जारी है।