Lucknow news: लखनऊ के सिटी मोंटेसरी स्कूल (सीएमएस) के तीन टैलेंटेड छात्रों ने यूपीएससी परीक्षा में जबरदस्त सफलता हासिल कर शहर का नाम पूरे देश में रोशन कर दिया है। इन तीनों होनहारों ने न सिर्फ अपनी मेहनत से ये मुकाम पाया, बल्कि अपने स्कूल और माता-पिता का भी मान बढ़ाया है।
किसने कितनी रैंक हासिल की?
आईएएस परीक्षा 2024 में प्रशांत सिंह ने 102वीं रैंक, रजत सिंह ने 132वीं रैंक और अनुश्री सचान ने 220वीं रैंक हासिल की है। तीनों ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और सीएमएस के सकारात्मक माहौल को दिया है।
स्कूल प्रबंधन भी गदगद
सीएमएस की मैनेजर प्रो. गीता गांधी किंगडन ने इन छात्रों की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह सिर्फ इन छात्रों के परिवारों के लिए नहीं, बल्कि पूरे सीएमएस परिवार के लिए गर्व का पल है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये छात्र देश की सेवा करते हुए “जय जगत” की सोच को आगे ले जाएंगे।
जानिए प्रशांत सिंह की कहानी
प्रशांत सिंह ने सीएमएस अलीगंज प्रथम कैंपस से 12वीं की पढ़ाई पूरी की और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। प्रशांत ने बताया कि आईएएस बनने की प्रेरणा उन्हें स्कूल से ही मिली। उनके पिता सुशील कुमार सिंह पीसीएस अधिकारी हैं, जबकि मां कनकलता सिंह एक हाउसवाइफ हैं।
अनुश्री सचान की प्रेरणादायक यात्रा
अनुश्री सचान ने सीएमएस कानपुर रोड से आईसीएसई बोर्ड में 90% से ज्यादा नंबर लाने के बाद आईआईटी मुंबई से बीटेक किया। उन्होंने कहा कि सीएमएस की पढ़ाई ही ऐसी रही कि उन्हें कभी आईएएस की तैयारी में कोई दिक्कत नहीं हुई। उनके पिता बीएसएनएल में इंजीनियर हैं और मां एक गृहिणी हैं।
रजत सिंह की सफलता भी बनी प्रेरणा
रजत सिंह ने सीएमएस गोमती नगर प्रथम कैंपस से पढ़ाई की और 132वीं रैंक के साथ सफलता पाई। उन्होंने भी कहा कि स्कूल की पढ़ाई और शिक्षकों का सहयोग उनकी इस सफलता में सबसे बड़ा योगदान रहा है।
स्कूल को मिला गौरव
सीएमएस के कम्युनिकेशन हेड ऋषि खन्ना ने बताया कि इन तीनों की सफलता ने न सिर्फ स्कूल की शान बढ़ाई है, बल्कि ये आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बड़ा मोटिवेशन भी हैं। उन्होंने कहा कि मेहनत, समर्पण और सही गाइडेंस से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है।