Lucknow News: लखनऊ के किसान पथ पर 15 मई 2025 को हुई भीषण बस दुर्घटना, जिसमें 5 यात्रियों की मौत और 13 अन्य घायल हुए, के बाद परिवहन विभाग ने त्वरित कार्रवाई की है। बस (UP17AT6372) बिहार के बेगूसराय से दिल्ली जा रही थी। प्रारंभिक जांच में इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट को दुर्घटना का कारण बताया गया। परिवहन आयुक्त ने दोषी अधिकारी को निलंबित कर जांच शुरू कर दी है और रोड सेफ्टी को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि बस का फिटनेस प्रमाण-पत्र 8 अप्रैल 2024 को गोरखपुर में ‘Anywhere Fitness’ प्रणाली के तहत बिना भौतिक जांच, केवल फोटोग्राफ्स के आधार पर जारी किया गया था। बस में AIS-119 मानकों के अनुरूप न तो सीट लेआउट था और न ही आपातकालीन निकास द्वार।
इस गंभीर लापरवाही के लिए तत्कालीन संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक), गोरखपुर, राघव कुमार कुशवाहा को तत्काल निलंबित कर दिया गया। उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है जिसे संभागीय परिवहन अधिकारी वाराणसी शिखर ओझा तीन महीने में पूरा करेंगे।
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परिवहन विभाग ने ‘Anywhere Fitness’ प्रणाली के तहत पिछले एक साल में जारी सभी फिटनेस प्रमाण-पत्रों की जांच के लिए अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) संजय सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित की है। यह समिति 15 दिनों में दुरुपयोग की संभावनाओं की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।
रोड सेफ्टी को मजबूत करने के लिए परिवहन विभाग 5 ‘E’ मॉडल (Engineering, Enforcement, Education, Emergency Care, Environment) पर काम कर रहा है। इसके तहत सरकार ने IIT खड़गपुर के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) को मंजूरी दी है। IIT खड़गपुर सड़क दुर्घटनाओं के कारणों, ब्लैक स्पॉट्स और संरचनात्मक कमियों का विश्लेषण कर स्थायी समाधान सुझाएगा।
परिवहन आयुक्त (Lucknow News) ने कहा, “विभाग पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और नागरिक सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक सुधार लागू किए जा रहे हैं।” इस दुर्घटना ने रोड सेफ्टी नियमों की सख्ती और वाहन जांच प्रणाली में सुधार की जरूरत को उजागर किया है।