Iran Drone Attack: तेहरान से उड़ान भरते सैकड़ों ड्रोन, इजरायली शहरों की ओर बढ़ते खतरे, और दुनिया के सामने एक बार फिर पश्चिम एशिया में युद्ध की घड़ी। ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ में इजरायल ने ईरान पर सबसे बड़ा हमला किया, तो अब ईरान ने भी पलटवार करते हुए आसमान में युद्ध का एलान कर दिया है। शुक्रवार सुबह Iran ने 100 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलें इजरायल की ओर दागीं, जिसे उसने अपनी “संप्रभुता की रक्षा के लिए जरूरी कदम” बताया। इस जवाबी कार्रवाई से पूरा क्षेत्र दहशत में है, और वैश्विक शक्तियों की नींद उड़ गई है। संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और अरब देश इस टकराव को रोकने की अपील कर रहे हैं, लेकिन ज़मीन पर हालात हर पल और भयावह हो रहे हैं।
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Hundreds of drones are heading towards Israel pic.twitter.com/gstYBp1H5k
— Iran Observer (@IranObserver0) June 13, 2025
Iran ने इजरायल पर किया बड़ा ड्रोन हमला
शुक्रवार तड़के तेहरान, क़ोम और मशहद से एक साथ दर्जनों ड्रोन इजरायली दिशा में रवाना हुए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक अकेला ड्रोन खजूर के पेड़ों के बीच साफ नीले आसमान में उड़ता दिखा – एक सन्नाटे के बीच उठता युद्ध का संकेत। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) के अनुसार, शुरुआती लहर में करीब 100 आत्मघाती ड्रोन भेजे गए, जिनका मकसद वायु रक्षा प्रणाली को पंगु बनाना था। कुछ ड्रोन तेल अवीव और हैफ़ा जैसे घनी आबादी वाले इलाकों की ओर बढ़ रहे हैं।
ईरान ने बताया इसे ‘आत्मरक्षा का अधिकार’
Iran के अधिकारियों ने साफ किया है कि यह हमला इजरायल की आक्रामक कार्रवाइयों के जवाब में है, जिसमें उसके परमाणु प्रतिष्ठानों और सैन्य कमांडरों को निशाना बनाया गया था। एक ईरानी प्रवक्ता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, “यह ज़ायोनी शासन की उकसाने वाली हरकतों का जवाब है। हमारी संप्रभुता और आत्म-सुरक्षा के लिए यह कदम अनिवार्य था।”
इजरायल ने शुरू की जवाबी तैयारी, अमेरिकी बयान भी आया
इजरायल ने देशभर में हवाई हमलों की चेतावनी जारी कर दी है और अपनी मल्टी-लेयर डिफेंस प्रणाली को पूरी तरह सक्रिय कर दिया है। अमेरिका ने ईरानी हमले की निंदा करते हुए इजरायल के साथ खड़े रहने का एलान किया, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई में हिस्सा नहीं लेगा। वॉशिंगटन ने संयम बरतने की अपील की है।
यूएन की बैठक, लेकिन हालात काबू से बाहर
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई है जिसमें महासचिव ने चेतावनी दी कि “क्षेत्र एक विनाशकारी युद्ध के मुहाने पर खड़ा है।” हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि राजनयिक कोशिशें तब तक विफल रहेंगी, जब तक दोनों पक्ष अपनी सैन्य कार्रवाइयां बंद नहीं करते। ईरान ने संकेत दिए हैं कि यदि उसके कमांडरों पर फिर से हमला हुआ तो वह फारस की खाड़ी में अमेरिकी ठिकानों को भी निशाना बना सकता है।
अगला कदम निर्णायक होगा
अब सवाल है कि Iran का अगला कदम क्या होगा? क्या ये पलटवार भर था, या जंग की शुरुआत? इजरायल के भीतर भी असमंजस की स्थिति है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, यदि और अधिक ड्रोन हमले हुए तो जवाबी कार्रवाई और भी घातक होगी। दुनिया की नजर अब तेहरान और यरुशलम पर टिकी है, क्योंकि ये दोनों देश ही तय करेंगे कि पश्चिम एशिया आग में झुलसेगा या राजनयिक रास्ता अपनाएगा। तेहरान से उड़ते ड्रोन और तेल अवीव के सायरन, इस सदी के सबसे खतरनाक संघर्ष की आहट बन चुके हैं। अगर हालात नहीं संभाले गए, तो यह टकराव न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया की राजनीति, अर्थव्यवस्था और स्थिरता को हिला सकता है।