AI impact on IT jobs and layoffs in tech companies : Microsoft और Intel जैसी दिग्गज कंपनियां AI में निवेश बढ़ा रही हैं, जिससे छंटनी का खतरा और बढ़ गया है।एआई के बढ़ते असर से कंपनियों में कम हो रही हैं नौकरियाँ।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ तकनीक का हिस्सा नहीं रहा, बल्कि यह धीरे-धीरे आईटी सेक्टर में काम करने वालों के लिए खतरे की घंटी बनता जा रहा है। बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां अब अपनी लागत बचाने और एआई पर ज़्यादा ध्यान देने के लिए कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं।
Microsoft फिर से कर रहा छंटनी
मई 2025 में माइक्रोसॉफ्ट ने करीब 6,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। अब नई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी एक बार फिर छंटनी करने की तैयारी में है। माइक्रोसॉफ्ट की योजना है कि वह आने वाले वर्षों में AI और डेटा सेंटर्स में बड़े पैमाने पर निवेश करे। वित्त वर्ष 2025–26 में माइक्रोसॉफ्ट का कैपिटल एक्सपेंडिचर (पूंजीगत व्यय) 80 अरब डॉलर तक पहुँच सकता है। यह पूरा फंड मुख्य रूप से AI सेवाओं और टेक इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में लगाया जाएगा।
सबसे ज़्यादा असर सेल्स टीम पर हो सकता है
रिपोर्ट्स की मानें तो आने वाले महीनों में होने वाली छंटनी से सेल्स टीम सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकती है। हालांकि, कंपनी की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
Amazon CEO का बयान भी चिंता बढ़ाने वाला
अमेज़न के सीईओ एंडी जेसी ने भी यह साफ कर दिया है कि जनरेटिव एआई के कारण आने वाले कुछ वर्षों में कंपनी को कम स्टाफ की ज़रूरत होगी। यानी धीरे-धीरे AI मशीनें इंसानी कामों को संभालने लगेंगी, जिससे नौकरियों की संख्या घट सकती है।
अब Intel भी करेगा 10,000 कर्मचारियों की छंटनी
माइक्रोसॉफ्ट ही नहीं, बल्कि Intel जैसी दूसरी बड़ी कंपनी भी जुलाई 2025 में बड़े स्तर पर छंटनी की तैयारी कर रही है। जानकारी के अनुसार, कंपनी अपने वर्कफोर्स का 15 से 20 प्रतिशत हिस्सा कम कर सकती है, जिससे करीब 10,000 लोग प्रभावित होंगे। इस बार इंटेल की छंटनी स्वैच्छिक रिटायरमेंट के ज़रिए नहीं, बल्कि कर्मचारियों के प्रदर्शन के आधार पर की जाएगी। आने वाले समय में यह संकट और बढ़ सकता है।