Vastu mistakes to avoid in Sawan : सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति और कृपा प्राप्त करने के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इस पावन समय में भक्त जलाभिषेक, उपवास और शिव आराधना के माध्यम से शिवजी को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस दौरान की गई कुछ साधारण सी गलतियां भक्तों की सारी मेहनत पर पानी फेर सकती हैं। यदि इन बातों का ध्यान न रखा जाए, तो शिवजी की कृपा नाराजगी में भी बदल सकती है।
टूटा-फूटा शिवलिंग या फोटो न रखें
यदि आपके पूजा स्थान पर शिवलिंग टूटा हुआ है या भगवान शिव की तस्वीर फटी हुई है, तो सावन शुरू होते ही उसे तुरंत बदल दें। वास्तु के अनुसार खंडित मूर्ति से पूजा करना अशुभ फल देता है।
मंदिर में जूते-चप्पल लेकर न जाएं
घर के मंदिर या पूजा स्थान में जूते-चप्पल पहनकर प्रवेश करना वर्जित है। यह शिवजी का अपमान माना जाता है और इससे घर की सकारात्मक ऊर्जा प्रभावित होती है।
रसोईघर को गंदा न रखें
सावन में रसोईघर की विशेष सफाई जरूरी होती है। गंदगी और अव्यवस्था से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है, जिससे सुख-शांति और समृद्धि में बाधा आती है।
बिना स्नान शिव पूजा न करें
सावन में स्नान के बाद ही शिव पूजा करें। बिना स्नान पूजा करने से पुण्य की बजाय पाप का भागी बनना पड़ सकता है। यह भक्ति की शुद्धता को खंडित करता है।
उत्तर दिशा को अव्यवस्थित न रखें
वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा शिव और कुबेर से जुड़ी होती है। सावन में इस दिशा को साफ और व्यवस्थित रखें। यहां कबाड़, भारी सामान या टॉयलेट न हो।
इन आसान वास्तु उपायों को अपनाकर सावन में भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त की जा सकती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। news1india इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है। यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें।