Sawan Monday and Sankashti Chaturthi 2025:4 जुलाई 2025, सोमवार का दिन श्रद्धा और आस्था से परिपूर्ण है। आज श्रावण मास का पहला सोमवार और गजानन संकष्टी चतुर्थी का विशेष योग है। हिन्दू धर्म में सावन सोमवार व्रत का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से मनचाहा वरदान प्राप्त होता है, विशेषकर अविवाहित कन्याओं को उत्तम जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
पंचांग के अनुसार, आज कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जो रात 11:59 बजे तक रहेगी। सूर्य मिथुन राशि में और चंद्रमा कर्क राशि में है। दिनभर आयुष्मान योग रहेगा, जो शाम 4:14 बजे तक रहेगा। सूर्योदय प्रातः 5:33 बजे और सूर्यास्त शाम 7:21 बजे होगा।
आज का नक्षत्र धनिष्ठा है, जिसका स्वामी मंगल है और यह नक्षत्र आत्मविश्वास, शक्ति और प्रसिद्धि का प्रतीक माना जाता है।
सावन सोमवार व्रत विधि
आज के दिन सुबह स्नान कर भगवान शिव का जल, दूध, दही, शहद, घी और शक्कर से अभिषेक करें। शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, शमी पत्र, चंदन और फल अर्पित करें। फिर “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। भक्तों को प्रसाद बांटे और व्रत रखें।
गजानन संकष्टी चतुर्थी का महत्व
सावन कृष्ण चतुर्थी के दिन मनाई जाने वाली संकष्टी चतुर्थी का भी विशेष महत्व है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन के समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है। विशेषकर माताएं अपने बच्चों की दीर्घायु और मंगल जीवन के लिए यह व्रत करती हैं।
गणेश पूजन विधि
चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें। हल्दी, कुमकुम से तिलक करें और तिल के लड्डू, फल और नारियल का भोग लगाएं। रात में चंद्र दर्शन के बाद दूध-जल से अर्घ्य देकर व्रत का पारण करें।
आज के शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:59 से 12:55 तक रहेगा। राहुकाल सुबह 7:16 से 9:00 बजे तक है, जिसमें कोई शुभ कार्य वर्जित माना गया है।
आज का दिन शिव और गणेश दोनों की कृपा पाने का श्रेष्ठ अवसर है। श्रद्धा और विधिपूर्वक पूजा कर के जीवन की सभी बाधाओं को दूर किया जा सकता है।
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