नई दिल्ली ऑनलाइन खेल डेस्क। क्रिकेट रूपी खेल के माता-पिता अंग्रेजों को कहा जाता है। गोरे ही क्रिकेट के जन्मदाता हैं। जब भारत पर ब्रिटिश हुकूमत थी, तब अंग्रेज यहां पर बैट-बॉल के जरिए अपना मनोरंजन करते थे। कुछ सालों के बाद क्रिकेट को मान्यता मिली और भारत की भी इसमें एंट्री हुई। गुलामी के वक्त भारतीय क्रिकेटर्स ने अपने हुनर का लोहा मनवाया और अंग्रेजों को कईबार शिकस्त दी। हिन्दुस्तान आजाद हुआ और महज कुछ सालों के अंदर वर्ल्ड जगत में टीम इंडिया का डंका बजने लगा। सौरभ गांगुली ने विदेशी धरती पर लड़ना सिखाया। धोनी, विरोट कोहली और रोहित शर्मा ने फिर ऐसी गदर काटी कि टीम इंडिया एक वक्त दुनिया की नंबर एक टीम बन गई। पर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया को बर्मिंघम में कभी जीत नहीं मिली है। ऐसे में अब शुभमन की कप्तानी में टीम इंडिया ने अंग्रेजों को हराकर इतिहास रच दिया। टीम इंडिया ने बर्मिंघम टेस्ट मैच में जीत कर 58 सालों का इंतजार खत्म कर दिया।
हां शुभमन गिल एंड कंपनी ने 93 साल के बाद अंग्रेजों से ब्याज समेत वसूली लगान। हां द प्रिंस की युवा बिग्रेड ने ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसे सुनील गवास्कर, सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली, विराट कोहली और रोहित शर्मा नहीं कर पाए। गजब का पलटवार करते हुए हिन्दुस्तान के जांबाजों ने 58 साल के लंबे इंतजार के बाद बर्मिंघम के मैदान में इंग्लैंड को हराकर सीरीज में एक-एक की बराबरी कर ली। बर्मिंघम के मैदान में जहां शुभमन गिल वर्ल्ड क्रिकेट के शहंशाह बनकर उभरे तो वहीं रिषभ पंत का भी बल्ला गरजा। हैदराबादी भाईजान मोहम्मद सिराज ने घातक गेंदबाजी की तो बिहार के आकाश दीप भी चमके। जस्सी, शमी के बिना डीएसपी साहब टीम इंडियया के साइलेंट किलर बने और पहली पारी में 6 विकेट लेकर सनसनी मचा दी।
एजबेस्टन में एक रिकॉर्ड-तोड़ मुकाबले में शुभमन गिल की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार 1000 रन के आंकड़े को पार किया। टीम इंडिया ने दोनों पारियों को मिलाकर कुल 1,014 रन बनाए। टेस्ट इतिहास में यह केवल छठी बार है जब किसी टीम ने एक मैच में 1000 रन का मील का पत्थर पार किया है। यह भारत का टेस्ट क्रिकेट में अब तक का सबसे बड़ा कुल योग भी है, जिसने 2004 में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए गए उनके पिछले सर्वश्रेष्ठ 916 रनों को पीछे छोड़ दिया है। सिर्फ इतना ही नहीं, इस सीरीज के पहले दो टेस्ट मैचों में भारत का कुल 1849 रन बनाए हैं। किसी भी टीम द्वारा टेस्ट सीरीज के पहले दो मैचों में सबसे ज्यादा रन है। इस आंकड़े से यह पता चलता है कि टीम इंडिया ने किस तरह से बल्लेबाजी में अपना दबदबा दिखाया है। खास तौर से टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों ने टीम इंडिया के लिए मैच में जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया।
शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में इतिहास रच दिया। गिल ने पहली पारी में ऐतिहासिक दोहरा शतक लगाया था। इसके बाद दूसरी पारी में गिल ने जबरदस्त शतक लगाया है। इस दौरान उन्होंने ब्राइन लारा के एक मैच में 400 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। गिल ने दोनों पारियों में मिलाकर 430 रन बनाए हैं। वहीं ब्राइन लारा ने भी एक ही मैच में 400 रन जड़े थे। हालांकि इस दिग्गज खिलाड़ी ने ये रन एक ही पारी में बना दिए थे, उन्हें दूसरी पारी में खेलने का मौका नहीं मिला था। गिल ने दोनों पारियों में मिलाकर 430 रन बनाए। गिल ने इस दौरान एक टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में वेस्ट इंडीज के दिग्गज खिलाड़ी ब्राइन लारा और श्रीलंका के लिजेंडरी खिलाड़ी कुमार संगाकारा को भी पीछे छोड़ दिया। एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड ग्राहम गूच के नाम है। गूच ने भारत के खिलाफ एक ही टेस्ट में 456 रन बनाए थे। गिल ने पहले टेस्ट मैच में भी शतक जड़ा था।
एजबेस्टन टेस्ट में मोहम्मद सिराज का जादू सिर चढ़कर बोला। डीएसपी साहब ने एजबेस्टन टेस्ट में 6 विकेट लेकर यादगार प्रदर्शन किया। इस मैच के दौरान मोहम्मद सिराज का एक आंकड़ा बेहद चौंकाने वाला नजर आया। दरअसल, सिराज जब बिना जसप्रीत बुमराह या मोहम्मद शमी के खेलते हैं तो उनके टेस्ट के आंकड़े ज्यादा भौकाली बन जाते हैं। सिराज ने अब तक जसप्रीत बुमराह के साथ 23 टेस्ट मैच खेले हैं और इन मैचों में उनका गेंदबाजी औसत 33.82 रहा है। लेकिन जब वह बुमराह के बिना खेले हैं, यानी 15 टेस्ट मैचों में, तब उनका औसत बेहतर होकर 25.20 हो गया है। यानी यह शानदार है। मोहम्मद शमी के साथ खेले गए 9 टेस्ट में सिराज का औसत 34.96 रहा है, जबकि जब वह बुमराह और शमी दोनों के साथ खेल, ऐसे 6 टेस्ट मैचों में उनका औसत 33.05 रहा है। सबसे रोचक आंकड़ा यह है कि जिन 12 टेस्ट मैचों में सिराज ने ना तो तो बुमराह और ना ही शमी के साथ गेंदबाजी की, उनमें उनका औसत सिर्फ 22.27 रहा है, जो उनके करियर का सबसे बेहतरीन आंकड़ा है। इससे साफ है कि जब सिराज अकेले ’लीड बॉलर’ की भूमिका में निखरकर सामने आते हैं, वह और ज्यादा प्रभावशाली प्रदर्शन करते हैं।
एजबेस्टन टेस्ट में बिहार के आकाश दीप ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। जसप्रीत बुमराह की जगह में शामिल किए अकाश ने अंग्रेजों को अपनी इनस्विंग गेंदबाजी से दिन में तारे दिखा दिए। आकाश ने पहली पारी में चार विकेट अपने नाम किए। जबकि दूसरी पारी में आकाश ने पांच बल्लेबाजों को आउट कर गोरों की नींद हराम कर दी। भारत को मिली इस जीत के तो कई नायक हैं। इन्हीं नायकों में आकाश का नाम भी शामिल हो गया। आकाश बिहार के रहने वाले हैं बंगाल की तरफ से रणजी खेलते हैं। अकाश और मुकेश कुमार दोनों बिहारी हैं और दोनों के बॉलिंग गुरू मोहम्मद शमी हैं। दोनों को अमरोहा एक्सप्रेस में तैयार किया है। टीम इंडिया इंग्लैंड में जबरदस्त प्रदर्शन कर रही है। नए खिलाड़ी अंग्रेजों के गढ़ पर उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। तीसरा टेस्ट मैच रोचक मोढ़ पर है। भारत ये मुकाबला जीत सकता है।
इनसब के बीच सोशल मीडिया पर गिल की छोटी बहन शहनील गिल छाई हुई हैं। जानकार बताते हैं कि गिल अपनी छोटी बहन से बेतंहार प्यार करते हैं। बहन भी अपने भाई को बहुत चाहती है। शहनील अक्सर स्टेडियम में शुभमन और उनकी टीम को सपोर्ट करती हुई दिखाई देती है। भाई-बहन के बीच गजब की ब्रॉन्डिंग हैं। इस बात की गवाई उनकी तस्वीरें देती हैं। शहनील गिल सोशल मीडिया में एक्टिव रहती हैं। शहनील के इंस्ट्राग्राम में करीब चार लाख फालोअर्स हैं। शुभमन गिल को बहन शहनील काफी ज्यादा मिस भी करती हैं। ये बात उन्होंने एक इंटरव्यू में बताई थी। शहनील ने बताया कि कैसे वो और शुभमन बचपन में एकदूजे के साथ काफी टाइम बिताते थे लेकिन प्रोफेशनल क्रिकेट में आगे बढ़ने के बाद सब बदल गया। शहनील ने कहा था, ‘जब हम बड़े हो रहे थे तो शुभमन गिल मेरा बेस्ट फ्रेंड था। हमने काफी समय सात बिताया है, लेकिन जब वो मैच खेलने लगा और घर से दूर रहने लगा तो मेरे लिए ये मुश्किल हो गया। शहनील ने बताया कि बहुत साल पहले मैंने शुभमन को लाल रूमाल दी थी, जो अब भी उसके पास है।