IndiGo Flight Emergency Landing: 16 जुलाई 2025 को दिल्ली से गोवा के लिए रवाना हुई इंडिगो की फ्लाइट 6E 6271 को उस समय इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी, जब विमान के इंजन नंबर 1 में तकनीकी गड़बड़ी आ गई। उड़ान के दौरान पायलट ने देखा कि कुछ गड़बड़ है, तो उसने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क कर ‘पैन पैन पैन’ कॉल दिया और फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट कर दिया। पायलट ने समझदारी और सही समय पर फैसला लेकर फ्लाइट को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रात 9:53 बजे सुरक्षित उतार दिया। इस फैसले से फ्लाइट में सवार 191 लोगों की जान बच गई।
‘पैन पैन पैन’ का क्या मतलब होता है?
‘पैन पैन पैन’ एक अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन संदेश होता है जो उड़ानों में तब इस्तेमाल होता है जब स्थिति गंभीर होती है, लेकिन जान का सीधा खतरा नहीं होता। यह शब्द फ्रेंच भाषा के ‘panne’ (खराबी) से आया है। इस सिग्नल का मकसद है सामने वाले को तुरंत सतर्क करना ताकि मदद जल्दी पहुंच सके। जब जान का तुरंत खतरा होता है, तब ‘मेडे मेडे मेडे’ (MAYDAY) कॉल दिया जाता है।
कैसे लिया गया लैंडिंग का फैसला?
फ्लाइट जब भुवनेश्वर से करीब 100 नॉटिकल मील दूर थी, तभी इंजन नंबर 1 में तकनीकी दिक्कत सामने आई। इसके बाद क्रू ने तय किया कि मुंबई में लैंडिंग करना सबसे सुरक्षित विकल्प होगा। रात 9:32 बजे लैंडिंग की अनुमति मांगी गई और ठीक 21 मिनट बाद, रात 9:53 पर विमान को सुरक्षित जमीन पर उतार लिया गया।मुंबई एयरपोर्ट पर एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड को पहले से अलर्ट कर दिया गया था, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
इंडिगो एयरलाइन की प्रतिक्रिया
इंडिगो की ओर से बताया गया कि फ्लाइट में आई तकनीकी दिक्कत के कारण यह कदम उठाना पड़ा। एयरलाइन ने कहा कि सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करते हुए फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट किया गया। फिलहाल विमान की जांच और मरम्मत का काम किया जा रहा है। यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दूसरा विमान भेजा गया है।
ऐसे हादसे पहले भी हो चुके हैं
पिछले कुछ समय में तकनीकी खराबी के कारण फ्लाइट्स में इमरजेंसी की घटनाएं बढ़ी हैं। हाल ही में पुणे से दिल्ली जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट को उड़ान से पहले ही रोकना पड़ा था। इसी तरह इंदौर से रायपुर जा रही एक और इंडिगो फ्लाइट को उड़ान के तुरंत बाद लौटना पड़ा था।
पायलट की तेज़ सूझबूझ, नियमों का पालन और सही फैसले ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। इस तरह की घटनाएं बताती हैं कि फ्लाइट में सुरक्षा व्यवस्था कितनी अहम होती है।