नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पहलगाम में जिस तरह से पाक के आतंकियों ने बेगुनहों का खून बहाया, इसका असर अर्थ, राजनीति, डिफेंस के साथ ही खेलों में भी दिख रहा है। अब कोई भी भारतीय पाक की बदनाम मुल्ला मुनीर एंड कंपनी के साथ फ्रेंडशिप नहीं रखना चाहते। हिन्दुस्तानियों ने दो टूक शब्दों में ऐलान कर दिया है कि हमारे लिए अब पाक भूले बिसरे गीत बन गया है। क्रिकेट तो दूर की बात इंडियन खिलाड़ी पाक के साथ गुल्डी डंडा भी नहीं खेलेंगे। भारतीय की हुंकार का असर भी दिख रहा है। रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (डब्ल्यूसीएल) का मुकाबला तमाम विरोध के बाद आखिरकार रद्द कर दिया गया।
टीम इंडिया पूर्व खिलाड़ी शिखर धवन ने मैच को लेकर कर दी थी बगावत। टीम इंडिया के धुआंधार बल्लेबाज सुरैश रैन ने भी कहा कि आईएम सॉरी। पाक के साथ मैं नहीं खेलूंगा क्रिकेट मैच। इरफान पठान और यूसुफ पठान ने भी कहा कि हम इस मैच के फेवर में नहीं। जो देश आतंकियों का पनाहगार है, इसके साथ क्रिकेट तो दूर की बात, इनसे टॉक भी करने से हम गुरेज करते हैं। हरभजन भी गरजे और खुद को टीम से अलग कर मैच रद्द किए जानें की मांग कर दी। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर्स की मुहिम लाई रंग और अंत में भारत-पाक के बीच खेले जाने वाला मैच रद्द कर दिया गया।
अब हम आपको बताते हैं कि इस मैच का आयोजन कौन करवा रहा था और किस देश में भारत-पाक के खिलाड़ियों के बीच टक्कर होनी थी। तो चलिए पहले जान लेते हैं डब्ल्यूसीएल टूर्नामेंट के बारे में। डब्ल्यूसीएस टूर्नामेंट में वह चुनिंदा देश हिस्सा ले रहे हैं जिसमें इन देशों के दिग्गज खिलाड़ी खेल रहे हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। युवराज सिंह की अगुआई वाली भारतीय टीम और पाकिस्तान के बीच डब्ल्यूसीएल का यह मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला जाना था। यह मैच भारतीय समयानुसार रात नौ बजे शुरू होना था, लेकिन अंतिम समय में इसे रद्द करने का फैसला किया गया।
इस मैच को लेकर जहां सोशल मीडिया पर फैंस अपना रोष जता रहे थे, वहीं शिखर धवन और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ियों ने मैच रद्द होने से पहले ही इस मुकाबले में नहीं खेलने का फैसला लिया था। धवन ने एक्स पर लिखा था, ’लिखा, जो कदम मैंने 11 मई को लिया, उस पर आज भी वैसे ही खड़ा हूं। मेरा देश मेरे लिए सबकुछ है और देश से बढ़कर कुछ नहीं होता। जय हिंद।’ इसके अलावा हरभजन सिंह और सुरेश रैना ने भी इस मैच से हटने का फैसला ले लिया था। इरफान और यूसुफ भी शिखर के साथ दिखे और डंके की चोट पर कहा कि हम पाक के खिलाफ मैदान में नहीं उतरेंगे। पूरी भारतीय टीम एक स्वर में मैच का बहिष्कार कर दिया। जिसका असर भी हुआ और अब ये मैच नहीं खेला जाएगा।
युवराज सिंह की अगुआई वाली टीम का इस टूर्नामेंट में यह पहला मुकाबला था। भारतीय टीम में शिखर धवन, सुरेश रैना, रॉबिन उथप्पा और अंबाटी रायुडू जैसे बल्लेबाज शामिल थे। युवराज सिंह ने भी कहा कि मैं भी इस मैच के खिलाफ था। आयोजकों ने मैच नहीं कराने का निर्णय लिया है। ऐसे में सभी खिलाड़ी खुश हैं। वहीं सोशल मीडिया पर लोग टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर्स की जमकर सराहना कर रहे हैं। लोग लिख रहे हैं कि शाबाश गब्बर, आपने मुल्ला मुनीर और पीसीबी को ठीक तरीके से किया इलाज। एक यूजर्स ने लिखा कि हमें भज्जी पर गर्व है। भज्जी ने अपनी गुगली से पाकिस्तानियों को क्लीन बोल्ड कर दिया। शबनम लिखती हैं रैना भाईजान की जय हो। भाईजान ने पाक को ठीक तरह से ट्रीटमेंट कर दिया।
बता दें, बगावत के बाद डब्ल्यूसीएल के आयोजकों ने बयान जारी कर भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले इस मैच को रद्द करने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने बताया कि इस मैच को क्यों रखा गया था। डब्ल्यूसीएल ने बयान में कहा, डब्ल्यूसीएल ने हमेशा क्रिकेट से प्यार किया है और हमारा एकमात्र लक्ष्य फैंस को कुछ अच्छे और खुशी के पल देना है। इस वर्ष पाकिस्तान हॉकी टीम के भारत आने की खबर सुनने के बाद, तथा हाल ही में भारत बनाम पाकिस्तान वॉलीबॉल मैच और दोनों देशों के बीच विभिन्न खेलों के कुछ अन्य मुकाबलों को देखने के बाद, हमने डब्ल्यूसीएल में भारत बनाम पाकिस्तान मैच रखने के बारे में सोचा था जिससे दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों को कुछ सुखद यादें दी जा सकें।
डब्ल्यूसीएल ने कहा, लेकिन शायद इस प्रक्रिया में हमने कई लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई और कई लोगों की भावनाओं को आहत किया। इससे भी अधिक, हमने अनजाने में अपने भारतीय क्रिकेट दिग्गजों को असुविधा पहुंचाई, जिन्होंने देश को इतना गौरव दिलाया है और हमने उन ब्रांडों को भी प्रभावित किया जिन्होंने खेल के प्रति प्रेम के कारण हमारा समर्थन किया था। इसलिए, हमने भारत बनाम पाकिस्तान मैच रद्द करने का फैसला किया है। हम भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए एक बार फिर ईमानदारी से माफी मांगते हैं और आशा करते हैं कि लोग यह समझेंगे कि हम बस प्रशंसकों के लिए कुछ खुशी के पल लाना चाहते थे।