Food Colors Serious Health Threat: आजकल खाने को सुंदर और आकर्षक दिखाने के लिए उसमें कृत्रिम रंग (आर्टिफिशियल कलर) मिलाए जाते हैं। ये खासतौर पर कैंडी, चॉकलेट, बेकरी प्रोडक्ट्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स और आइसक्रीम में पाए जाते हैं। लेकिन ये रंग स्वाद से ज्यादा सेहत के लिए खतरा बनते जा रहे हैं।
चीन में जहरीले खाने का मामला
हाल ही में चीन के गांसू प्रांत के एक किंडरगार्टन स्कूल में करीब 235 बच्चे खाने से बीमार पड़ गए। स्कूल में खाना रंगीन दिखे, इसके लिए उसमें जहरीला रंग मिलाया गया था। यह रंग ऑनलाइन खरीदे गए थे और उन पर साफ लिखा था। “खाने के लिए नहीं”। जांच में पता चला कि इनमें लेड (सीसा) की मात्रा तय सीमा से 4 लाख गुना ज्यादा थी।
बच्चों में दिखे गंभीर लक्षण
बच्चों को पेट दर्द, उल्टी और दांत काले होने जैसी दिक्कतें हुईं। बाद में 247 बच्चों और स्टाफ के खून में भी लेड की अधिक मात्रा पाई गई। जांच में स्कूल प्रशासन की लापरवाही सामने आई, जहां फूड रिपोर्ट में गड़बड़ी की गई और शिकायत करने वाले माता-पिता को चुप कराने की कोशिश की गई।
CDC की लापरवाही भी उजागर
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) पर भी सवाल उठे, क्योंकि उन्होंने सही तरीके से सैंपल नहीं लिए और समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की। यही नहीं, स्कूल दो साल से बिना फूड सेफ्टी जांच के चल रहा था और बिना लाइसेंस के बच्चों से मोटी फीस वसूल रहा था।
आर्टिफिशियल रंगों से होने वाले नुकसान
एलर्जी और त्वचा की समस्याएं: कृत्रिम रंग स्किन एलर्जी, खुजली, रैश और सूजन जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
पाचन तंत्र पर असर: पेट दर्द, उल्टी, दस्त और गैस की समस्या हो सकती है।
लिवर और किडनी को नुकसान: इंडस्ट्रियल-ग्रेड कलर भारी धातुओं के साथ आते हैं, जो अंगों को नुकसान पहुंचाते हैं।
कैंसर का खतरा: Red 3, Yellow 5 जैसे रंगों को लंबे समय तक खाने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
भारत में भी बैन हैं ये रंग
भारत में FSSAI ने Rhodamine B, Metanil Yellow, Orange-II जैसे कई खतरनाक रंगों पर बैन लगाया है। इनका इस्तेमाल खाने में करना अपराध है, जिसमें जेल और भारी जुर्माने की सजा हो सकती है। इसके बावजूद कुछ जगहों पर ये रंग आज भी धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहे हैं।
खाने को सुंदर दिखाने की कोशिश से पहले हमें यह सोचने की जरूरत है कि क्या वह सेहतमंद है? आर्टिफिशियल रंग केवल दिखावे के लिए होते हैं, लेकिन इनका असर बच्चों और बड़ों की सेहत पर खतरनाक हो सकता है। सजग रहें, और हमेशा नेचुरल फूड को प्राथमिकता दें।