UP Flood 2025: उत्तर प्रदेश के 21 जिले इन दिनों बाढ़ की भीषण चपेट में हैं। लगातार बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर ने हालात बद से बदतर कर दिए हैं। जौनपुर, प्रयागराज, गाजीपुर, भदोही, बांदा जैसे जिले बुरी तरह प्रभावित हैं, जहां कई गांव जलमग्न हो चुके हैं और लोग बेघर हो गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। अब तक 1,72,255 लोगों को राहत पहुंचाई जा चुकी है जबकि 38,615 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। NDRF, SDRF और PAC की 77 टीमें मैदान में उतारी गई हैं। सरकार ने प्रभावितों के लिए भोजन, पानी, दवाओं समेत हर सुविधा का प्रबंध किया है।
21 जिलों में बाढ़ का कहर, हजारों बेघर
UP में इस समय कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाजीपुर, मीरजापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा, फतेहपुर, भदोही, फर्रुखाबाद, कासगंज और अमेठी जैसे 21 जिले बाढ़ से जूझ रहे हैं। जौनपुर में गोमती नदी, प्रयागराज में गंगा और यमुना, गाजीपुर और भदोही में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है। कई गांवों में घर, मंदिर, स्कूल पानी में डूब गए हैं। बांदा और चित्रकूट में यमुना और केन नदी के उफान ने ग्रामीणों को पलायन पर मजबूर कर दिया है।
एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की 77 टीमें तैनात, फूड पैकेट का वितरण
UP सरकार ने राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 14, एसडीआरएफ की 15 और पीएसी की 48 टीमें तैनात की हैं। अब तक 20,000 से अधिक मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रशासन की ओर से अब तक 1,20,000 फूड पैकेट और 1,63,000 लंच पैकेट वितरित किए जा चुके हैं। 38,615 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। जगह-जगह चल रहे लंगर से 39 हजार से अधिक लोग लाभान्वित हो रहे हैं। जिलाधिकारी खुद मोर्चा संभाले हुए हैं और हर पल की निगरानी की जा रही है।
सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण, मंत्री भी मैदान में
UP मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया और आगरा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज और कौशांबी में राहत शिविरों का निरीक्षण कर भोजन, पेयजल और स्वच्छता सुनिश्चित करने को कहा। वहीं कैबिनेट मंत्री ए.के. शर्मा ने भदोही के बाढ़ग्रस्त गांवों का दौरा किया और पांच मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि दी। वाराणसी में मंत्री सुरेश खन्ना और विधायक नीलकंठ तिवारी ने राहत शिविरों में बच्चों को चॉकलेट-बिस्किट देकर मनोबल बढ़ाया।
सरकार का दावा: हर हाल में साथ हैं
UP सरकार का कहना है कि वह हर स्थिति में बाढ़ प्रभावितों के साथ खड़ी है। अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और हर गांव तक राहत पहुंचाने की कोशिश हो रही है। हेल्पलाइन और कंट्रोल रूम एक्टिव हैं और लोगों से अपील की जा रही है कि वह अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन से सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
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