Bijnor suicide: बिजनौर में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब सदर तहसील के नायब तहसीलदार राजकुमार ने अपने सरकारी आवास में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना सुबह करीब 10:30 बजे की है, जब वह प्रयागराज से लौटे थे। उन्होंने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और अपनी लाइसेंसी पिस्टल से कनपटी पर गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। इस दुखद घटना के बाद से प्रशासनिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है।
क्या हुआ?
Bijnor नायब तहसीलदार राजकुमार बागपत जिले के रहने वाले थे और कलेक्ट्रेट के पीछे स्थित ऑफिसर्स कॉलोनी में अपने माता-पिता के साथ रहते थे। बुधवार सुबह लगभग 9 बजे वह सरकारी काम से इलाहाबाद हाईकोर्ट से वापस लौटे थे। घर पर परिवार के सदस्यों से बातचीत करते हुए, वह अचानक एक कमरे में चले गए और अंदर से कुंडी लगा ली। कुछ ही देर बाद गोली चलने की आवाज आई, जिससे परिवार के लोग घबरा गए। उन्होंने तुरंत दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन वह अंदर से बंद था।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही डीएम जसजीत कौर और एसपी अभिषेक झा सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा और खून से लथपथ नायब तहसीलदार राजकुमार को बाहर निकाला। उनकी हालत बेहद गंभीर थी, इसलिए उन्हें तुरंत सिविल लाइन स्थित बीना-प्रकाश अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डीएम ने डॉक्टरों से उनके इलाज में कोई कसर न छोड़ने के लिए कहा। हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे।
अभी तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। Bijnor पुलिस ने नायब तहसीलदार के कमरे से उनकी लाइसेंसी पिस्टल बरामद कर ली है और मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे परिवार के सदस्यों और करीबियों से पूछताछ कर रहे हैं ताकि इस घटना के पीछे की वजह का पता लगाया जा सके।