लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। यूपी पुलिस का ऑपरेशन क्लीन जारी है। इसी कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है। उस शातिर का नाम गुरु सेवक था, जो राह चलते लोगों को लूट लेते और उनकी हत्या कर देता। सटीक सूचना पर लखनऊ पुलिस ने डेढ़ लाख के इनामी बदमाश हरदोई पिहानी निवासी गुरु सेवक को एनकाउंटर के दौरान ढेर कर दिया। ये मुठभेड़ रविवार की देररात पारा इलाके में हुई। मारा गया बदमाश पारा के बुद्धेश्वर बादलखेड़ा निवासी कैब चालक योगेश कुमार पाल (29) की कार लूट के दौरान हत्या के मामले में फरार चल रहा था।
पारा पुलिस को सटीक सूचना मिली थी की बदमाश गुरु सेवक एक ठिकाने पर छिपा हुआ है। पारा पुलिस ने उस इलाके को घेर लिया और गुरु सेवक को सरेंडर करने को कहा। जिस पर बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में बदमाश को गोली लग गई। उसको गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उस पर लखनऊ पुलिस ने एक लाख और शाहजहांपुर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। मारे गए बदमाश ने अपने अन्य साथियों के साथ कैब चालक की हत्या की थी।
पुलिस के मुताबिक, 29 सितंबर की रात बुद्धेश्वर निवासी योगेश पाल की हत्या कर उनकी अर्टिगा कार लूटी गई थी। उस घटना के बाद से ही पुलिस पूरे इलाके में अलर्ट पर थी और इस वारदात में शामिल बदमाशों की तलाश चल रही थी। क्राइम ब्रांच ने सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से जानकारी जुटाई कि अपराधी गाड़ी को बेचने की योजना बना रहे हैं। उसी सूचना पर यह चेकिंग अभियान चलाया गया था। रविवार की सुबह पुलिस ने कैब चालक कार बुक करने वाले आरोपी हरदोई मल्लावां निवासी गैंगस्टर विकास कुमार को गिरफ्तार कर लिया था। उसपर भी 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
इस मामले में शुक्रवार को भी पुलिस ने एक बदमाश हरदोई निवासी अजय को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घायल अजय सिंह से पूछताछ में हत्या और लूट की पूरी कहानी सामने आई और उसी ने गुरूसेवक समेत अन्य बदमाशों के नाम बताए। इसी के बाद पुलिस ने ऑपरेशन चलाया। आरोपियों ने कैब चालक योगेश की लूट के दौरान हत्या के बाद शाहजहांपुर में ट्रेवलर चालक अवनीश की भी हत्या कर गाड़ी लूट ली थी। इस गैंग का लीडर गुरु सेवक था। गुरु सेवक अपने अन्य साथियों के साथ वाहन चालकों को शिकार करता था। वाहन की लूट के बाद चालकों की हत्या कर देता था।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, घायल बदमाश अजय सिंह के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह हत्या, लूट, अवैध असलहा और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामलों में शामिल रहा है। अजय सिंह लंबे समय से पुलिस की वांछित सूची में था। पुलिस को शक है कि उसने कई राज्यों में अपराध की घटनाओं को अंजाम दिया है। अजय, विकास और गुरूसेवक पहले कैब को बुक कराते फिर चालकों की हत्या कर कारों को बेच दिया करते थे। अजय कार को बेचने की फिराक में था, तभी पुलिस एनकाउंटर के दौरान पकडा गया।