PM Modi Ram Mandir Ayodhya Flag Hoisting: अयोध्या में भव्य राम मंदिर के शिखर पर आज, मंगलवार को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केसरिया धर्म ध्वज फहराकर एक ऐतिहासिक अध्याय का समापन कर दिया है। ध्वजारोहण पूर्वाह्न 11:58 बजे से मध्याह्न 12:30 बजे के निर्धारित मुहूर्त के मध्य रिमोट सिस्टम से हुआ। इस पवित्र अवसर पर, पीएम मोदी ने ध्वजारोहण के बाद राम मंदिर के निर्माण की पूर्णता की आधिकारिक घोषणा भी की।
यह क्षण केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि देश के बहुसंख्यक समाज की आस्था, पाँच सौ वर्षों के संघर्ष, और सतत बलिदान की परम्परा की जीत का प्रतीक है। त्रेतायुग के बाद यह पहला अवसर है जब अयोध्या राजवंश का ध्वज इस अधिकार के साथ राम मंदिर में फहराया गया है, जिसके लिए सात सौ टन का 44 फीट लंबा ध्वज दंड स्थापित किया गया है।
☀️ Ayodhya sees a second pran pratishtha like moment today
Grand ‘dhwajarohan' flag hoisting ceremony is underway at the Ram Janmabhoomi Temple with nearly 7000 guests in attendance
PM Modi hoists a massive saffron flag atop the 191-ft shikhar. The 10-ft by 22-ft flag carries… pic.twitter.com/Ydut5pQpnN
— Nabila Jamal (@nabilajamal_) November 25, 2025
राम मंदिर में फहराया अयोध्या राजवंश का ध्वज
अयोध्या में राम मंदिर पर ध्वज को फहराने के लिए पहले ही सात सौ टन का 44 फीट लंबा ध्वज दंड स्थापित किया जा चुका था। इसके साथ ही, शेषावतार मंदिर सहित परकोटे के छह मंदिरों में भी ध्वजारोहण किया जा रहा है। समारोह के मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ध्वजारोहण के बाद राम मंदिर की पूर्णता की घोषणा कर रहे हैं।
अयोध्या राजवंश का ध्वज त्रेतायुग के बाद दोबारा इस अधिकार में राम मंदिर में पहली बार फहराया गया है। इसके पूजन का अनुष्ठान चल रहा था, जिसकी पूर्णाहुति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर हुई। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि के अनुसार,PM Modi ध्वजारोहण के लिए पूरे दिन निराहार उपवास कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। वे रामलला और राम दरबार में आरती भी कर रहे हैं।
ध्वज और वास्तुशैली की विशेषताएँ
ध्वज का स्वरूप: राम मंदिर पर फहराया जाने वाला ध्वज समकोण त्रिभुजाकार है। इसकी ऊँचाई 10 फुट और लंबाई करीब 20 फुट है।
प्रतीक चिन्ह: उत्तर भारतीय नागर वास्तुशैली में बने इस ध्वज पर सूर्य, ॐ और कोविदार वृक्ष बनाए गए हैं।
संदेश: पवित्र भगवा ध्वज गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश देने वाले राम राज्य के आदर्शों का प्रतीक है।
परकोटा: 800 मीटर लंबा परकोटा दक्षिण भारतीय वास्तुशैली में डिज़ाइन किया गया है, जो मंदिर की वास्तुशिल्प को प्रदर्शित करता है।
PM Modi ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए रामनगरी में साढ़े चार घंटे तक रुक रहे हैं। इस ऐतिहासिक समारोह के लिए श्रीराम जन्मभूमि परिसर भव्य तरीके से सज-धज कर तैयार है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक डा. मोहन भागवत भी इस समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुँचे हैं।
मंदिर में स्थापित विग्रह
भूतल: राम मंदिर
प्रथम तल: राम दरबार
परकोटा (छह मंदिर): उत्तर-पश्चिम में देवी दुर्गा, उत्तर-मध्य में माँ अन्नपूर्णा, उत्तर-पूर्व में गणपति, दक्षिण-पूर्व में भगवान सूर्यदेव, दक्षिण-मध्य में हनुमान जी, और दक्षिण-पश्चिम में शिव मंदिर।
अन्य: शेषावतार मंदिर और सप्त मंडपम में महर्षि वशिष्ठ, अगस्त्य, वाल्मीकि, विश्वामित्र, देवी अहिल्या, शबरी, निषाद राज, कुबेरेश्वर मंदिर, और गोस्वामी तुलसीदास स्थापित हैं।









