नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव-2022 की शुरुआत हो चुकी है. पहले चरण के तहत प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर गुरुवार को वोटिंग हुई. मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक जारी रहा. लोगों में वोटिंग (Voting) को लेकर उत्साह देखने को मिला. सुबह से ही मतदान केंद्रों (Voting Centre) के बाहर लंबी-लंबी कतार देखने को मिली।
पहले चरण में शामली, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा जिलों की विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई. इन सीटों पर कुल 623 प्रत्याशी लड़ रहे हैं, जिनमें 73 महिला उम्मीदवार हैं. यानी कि इन 623 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में लॉक हो गई. इनमें से किसे जीत मिलती है और किसे हार, इसका फैसला 10 मार्च को होगा।
शाम 6 बजे तक 58 विधानसभा सीटों पर 58.25 फीसदी मतदान हुआ. सबसे ज्यादा मतदान कैराना में हुआ. यहां 65.3% मतदान हुआ. सबसे कम वोटिंग साहिबाबाद में हुई. यहां 38% मतदान हुआ।
आगरा- 58.02 फीसदी
अलीगढ़-57.25 फीसदी
बागपत-61.25 फीसदी
बुलंदशहर-60.57 फीसदी
गौतमबुद्धनगर-53.48 फीसदी
गाजियाबाद-52.43 फीसदी
हापुड़-60.53 फीसदी
मथुरा-59.34 फीसदी
मेरठ-58.97 फीसदी
मुजफ्फरनगर-62.09 फीसदी
शामली-66.14 फीसदी
मतदान में युवाओं से लेकर बुजुर्गों ने हिस्सा लिया. मुजफ्फरनगर में एक मतदान केंद्र पर 105 साल की वृद्ध महिला मतदान करने पहुंची. उन्होंने बताया कि मैंने विकास और सुरक्षा के लिए मतदान किया है।
2017 के चुनाव में बीजेपी को मिली थी 53 सीटों पर जीत
जिन 58 सीटों पर वोटिंग हुई वहां पर बीजेपी जहां 2017 के प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद कर रही होगी तो वहीं सपा-आरएलडी अपने प्रदर्शन में सुधार लाने की आस में जुटी होगी. विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी को पहले चरण में शामिल 58 सीटों में से 53 पर जीत मिली थी, जबकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को दो-दो सीटें मिली थी. इसके अलावा एक सीट आरएलडी के हिस्से में गई थी।
योगी सरकार के इन मंत्रियों की किस्मत हुई EVM में बंद
पहले चरण के चुनाव में राज्य सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग और चौधरी लक्ष्मी नारायण मैदान में थे. इनकी किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है।