हरदोई: 23 फरवरी को उत्तर प्रदेश के 9 जिलों की 60 सीटों पर मतदान होंगे। जिसके प्रचार-प्रसार में हर दल के नेता एड़ी चोटी का जोर लगा रहे है। वही आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथे चरण का प्रचार करने हरदोई पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां जमकर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो तुष्टीकरण की राजनीति करने के लिए हमें हमारे त्योहार मनाने से रोकते थे, यूपी की जनता उन्हें 10 मार्च को जवाब दे देगी। उन्होंने सपा का नाम लिए बिना कहा कि हरदोई वालों ने वो दिन देखे हैं जब इन लोगों ने कट्टा और सट्टा वालों को खुली छूट दे रखी थी।
चौथे चरण से पहले पीएम मोदी ने हरदोई में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आपका ये उत्साह, ये जोश हम सभी के लिए बहुत बड़ा आशीर्वाद है। हरदोई की पुण्य भूमि से होली जैसे पवित्र त्योहार का जुड़ाव हम सभी जानते हैं। मुझे पता है इस बार हरदोई और यूपी के लोगों ने 2 बार रंगों वाली होली खेलने की तैयारी कर ली है। पहली होली 10 मार्च को भाजपा की बंपर जीत के साथ मनाएंगे। लेकिन अगर 10 मॉर्च को धूमधाम से होली मनानी है, तो इसकी तैयारी अभी पोलिंग बूथ में करनी पड़ेगी, घर-घर जाना पड़ेगा।
पीएम ने बिना नाम लिए कहा कि ये वो लोग है जो कुर्सी के लिए अपने परिवार से भी लड़ जाते हैं। इसलिए ये घोर परिवारवादी किसी जाति या समाज के लिए भी नहीं हो सकते। यूपी में आपने जिस डबल इंजन की सरकार को आशीर्वाद दिया है, वो किसी एक खानदान की सरकार नहीं है। दिल्ली में भारत की सरकार किसी एक खानदान की सरकार नहीं है। ये गरीब, किसान और नौजवानों की सरकार है। हमनें 5 साल आपके लिए जी-तोड़ मेहनत की है। लेकिन मुझे इस बात का अफसोस है कि 2014 से लेकर 2017 के बीच यूपी में इन परिवारवादियों ने एक भी काम में मेरा साथ नहीं दिया। यूपी में गरीब के लिए काम तब शुरू हुआ, जब 2017 में आपने यहां डबल इंजन की सरकार बनाई। इन पांच सालों में हमने हरदोई के करीब 70,000 गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास दिए हैं।
उन्होंने सपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इनके समय में गरीबों के लिए मात्र 34 हजार शौचालय बनें। लेकिन योगी जी के आने बाद 5 लाख शौचालय बनाएं गए। कहां 34 हजार और कहां 5 लाख। ये पैसा कहां जाता था? जिन्होंने तब आपके घरों को अंधेरे में रखा, सिर्फ अपना घर रौशन किया वो आज आपसे झूठे वादे कर रहे हैं। याद करिए, इनके समय में आपके गांवों में दिन में कितने घंटे बिजली आती थी, हफ्ते में कितने घंटे बिजली आती थी? मुझे बराबर याद है कि उत्तर प्रदेश में बिजली अगर आती है तो एक जमाने में खबर बन जाती थी। बिजली का जाना स्वाभाविक था, जैसे घर में साल में कभी मेहमान आ जाए, वैसे यहां बिजली मेहमान की तरह आती थी। घोर परिवारवादी, आपको बिजली नहीं, बिजली का झटका देने के लिए तैयार बैठे हैं।