लखनऊ। यूपी के गाजीपुर जिले से बड़ी खबर सामने आई है. यहां पर पीएम मोदी की बहुचर्चित योजना प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. यहां पर नियमों को ताख पर रखकर प्रधानमंत्री आवास योजना में 20 से 25 हजार रुपए तक की वसूली की जा रही है. बता दें कि गाजीपुर जिले में बहुचर्चित प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. वहीं इस मसले पर जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. ये पूरा मामला गाजीपुर के सादात ब्लाक के ग्राम सभा गदाईपुर है. इस योजना को पाने वाले लोगों से 20 से 25 हजार रुपए तक की वसूली की जा रही है.
अधिकारियों के नाम पर 25 हजार रुपए वसूले
गाजीपुर के सादात ब्लाक के ग्राम सभा गदाईपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्राम प्रधान के द्वारा 20 से 25 हजार रुपए की वसूली का मामला प्रकाश में आया. आवास लाभार्थियों ने बताया की आवास योजना के अंतर्गत वर्ष 2022 में आवास मिला जिसके बाद ग्राम प्रधान ने अधिकारियों के नाम पर हम लोगों से 25 हजार रुपए ले लिए.
मनरेगा में भी धांधली का आरोप
आवास योजना के लाभार्थियों ने आगे बताया कि आवास को बने लगभग 1 साल बीत गए लेकिन ना ही आवास कि तीसरी किस्त मिली और ना मजदूरी मिली. वहीं मनरेगा लाभार्थियों का कहना हैं कि मनरेगा में काम नहीं करने पर हमारे खाते में 3000 हजार रुपए आ जाने के बाद 500 रुपए हमें देकर बाकी पैसा ग्राम प्रधान ले लेते हैं. वहीं इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में किसी को एक पैसा नही देना है. शीघ्र ही मामले की जांच कर उचित कार्यवाही करूंगा.
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